नयी दिल्ली /लखनऊ : अधिवक्ता और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता प्रशांत भूषण ने उत्तर प्रदेश में ‘एंटी रोमिया’ दस्ते की आलोचना करते हुए भगवान कृष्ण पर कुछ टिप्पणी करके विवाद खड़ा कर दिया जिसके बाद उनके खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामला दर्ज कर लिया गया.
भूषण ने ट्वीट किया, ‘‘रोमियो ने तो सिर्फ एक महिला के साथ प्रेम किया था, जबकि कृष्ण तो ‘लेजेण्ड्री ईव टीजर’ थे. क्या आदित्यनाथ (उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री) में दम है कि वह अपने प्रहरी दलों को एंटी कृष्ण स्क्वायड कहें.’ उन्होंने विवाद उत्पन्न होने पर एक और ट्वीट करके स्थिति को संभालने का प्रयास किया। अपने नये ट्वीट में उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी को तोड़ मरोडकर पेश किया जा रहा है और धार्मिक भावनाएं आहत करने का उनका कोई इरादा नहीं था.
उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘‘रोमियो दस्ते पर मेरे ट्वीट को तोड़ मरोड़कर पेश किया जा रहा है. रोमियो ब्रिगेड की जो दलील दे रहे हैं उससे तो भगवान कृष्ण भी छेड़छाड़ करने वालों की श्रेणी में आ जाते हैं.’ उन्होंने एक और ट्वीट में कहा ‘‘हम सभी बाल कृष्ण द्वारा गोपियों के साथ रासलीला के किस्से सुनकर बड़े हुए हैं. एंटी रोमियो स्क्वायड के गठन के पीछे का तर्क इस रासलीला का अपराधीकरण कर देगा। भावनाएं आहत करने का इरादा नहीं था.’
यद्यपि तब तक उनके खिलाफ दिल्ली भाजपा प्रवक्ता तेजिंदर पाल बग्गा की ओर से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में और उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता जीशान हैदर द्वारा लखनऊ में पुलिस को अलग अलग शिकायतें दी जा चुकी थीं.
लखनउ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी ने बताया कि भूषण के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने और अलग अलग समूहों के बीच वैमनस्य को बढ़ावा देने के लिए भारतीय दण्ड संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.
एसएसपी ने पीटीआई से कहा, ‘‘प्रशांत भूषण के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 (ए) और 295 (ए) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. प्राथमिकी हजरतगंज पुलिस थाने में दर्ज की गई है.’
कांग्रेस प्रवक्ता हैदर ने कहा कि उन्होंने भगवान कृष्ण पर अभद्र टिप्पणी करने के लिए प्रशान्त भूषण के खिलाफ एक पुलिस शिकायत दर्ज करायी है ‘‘जो (कृष्ण) पूरे विश्व में पूजनीय हैं. यह हिन्दू या मुस्लिम का सवाल नहीं है. भूषण के ट्वीट से करोड़ों भक्तों की भावनाएं आहत हुई हैं.’ बग्गा ने यहां तिलक मार्ग पुलिस थाने में एक शिकायत दी है जहां के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में गत महीने योगी आदित्यनाथ सरकार के गठन के बाद भाजपा के चुनावी घोषणापत्र के वादे के अनुरुप थाना स्तर पर ‘एंटी रोमियो दल’ गठित किये गए हैं. आलोचकों का आरोप है कि इससे प्रताडना की घटनाएं हुई हैं.
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने महिलाओं की सुरक्षा और गरिमा पर जोर देते हुए कहा था कि पूरे राज्य में अभियान सार्वजनिक स्थलों को असामाजिक तत्वों से मुक्त कराने और छेड़छाड़ की घटनाओं, अभद्र व्यवहार और महिलाओं एवं लड़कियों पर अशिष्ट टिप्पणी रोकने के लिए शुरू किया गया है.
भूषण स्वराज इंडिया पार्टी के नेता हैं जिसकी स्थापना उन्होंने आप से निकाले जाने के बाद गत वर्ष अक्तूबर में अपने सहयोगी योगेंद्र यादव के साथ मिलकर की थी. भूषण की टिप्पणी पर उत्तर प्रदेश भाजपा प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा, ‘‘यह बस उनकी संकीर्ण मानसिकता दिखाता है. ट्वीट से भारत ही नहीं पूरे विश्व में भगवान कृष्ण के अरबों श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुई हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘यह वही प्रशांत भूषण हैं जिन्होंने एक बार कहा था कि कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है. इसलिए उनके खिलाफ कडी विधिक कार्रवाई शुरु करना समय की जरुरत है.’ भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव ने कहा कि भूषण को टिप्पणी करने से पहले भारतीय ग्रंथ पढ़ लेने चाहिए.