बराक मिसाइल और अंडरवाटर रोबोट से नौसेना की समंदर में बढ़ेगी ताकत, सरकार ने खरीद को दी मंजूरी
नयी दिल्ली : केंद्र सरकार ने नौसेना के युद्धक जहाजों के लिए सतह से हवा में मार करने में सक्षम बराक मिसाइलों की नयी खेप की खरीद को सोमवार को मंजूरी दे दी है, ताकि हिंद महासागर क्षेत्र में बदलते सुरक्षा जरूरतों के मद्देनजर भारत की समुद्री क्षमता को बढ़ाया जा सके. रक्षा मंत्री अरूण […]
नयी दिल्ली : केंद्र सरकार ने नौसेना के युद्धक जहाजों के लिए सतह से हवा में मार करने में सक्षम बराक मिसाइलों की नयी खेप की खरीद को सोमवार को मंजूरी दे दी है, ताकि हिंद महासागर क्षेत्र में बदलते सुरक्षा जरूरतों के मद्देनजर भारत की समुद्री क्षमता को बढ़ाया जा सके. रक्षा मंत्री अरूण जेटली की अध्यक्षता में रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) की बैठक में 860 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी गयी. इसमें बराक मिसाइलों की खरीद भी शामिल है.
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि मिसाइलों को इजरायल के राफेल एडवांस डिफेंस सिस्टम्स लिमिटेड से बाई ग्लोबल कैटेगरी के तहत खरीदा जायेगा. नौसेना के लगभग सभी जहाज इन मिसाइलों से लैस होंगे. डीएसी रक्षा मंत्रालय का खरीद के लिए निर्णय करने वाला सर्वोच्च निकाय है. उसने समुद्रों में बिछाये गये विस्फोटकों से निपटने के लिए अंडरवाटर रोबोट जैसे उपकरणों की खरीद के लिए एक्सेप्टेंश ऑफ नेसेसिटी (एओएन) को भी मंजूरी दी.
इस उपकरण को 311 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बाई ग्लोबल श्रेणी के साथ रिपीट आदेश के तौर पर खरीदा जा रहा है. जेटली के गत 14 मार्च को रक्षा मंत्री का पद संभालने के बाद से डीएसी की यह पहली बैठक थी. बैठक में जेटली ने विभिन्न खरीद प्रस्तावों का भी जायजा लिया और लंबित खरीद मामलों को तेजी से हरी झंडी देने और करीबी निगरानी के लिए निर्देश जारी किया.