राजनीति, संगीत जगत ने किशोरी अमोनकर के निधन पर शोक जताया

मुंबई : मशहूर हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायिका किशोरी अमोनकर का आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. संगीत और राजनीतिक जगत ने उन्हें असाधारण गायिका बताया जो लोगों को हमेशा याद रहेंगी. अमोनकर (84) का संक्षिप्त बीमारी के बाद कल रात यहां निधन हो गया. दादर शवदाह गृह में अंतिम संस्कार में शामिल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 4, 2017 10:32 PM

मुंबई : मशहूर हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायिका किशोरी अमोनकर का आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. संगीत और राजनीतिक जगत ने उन्हें असाधारण गायिका बताया जो लोगों को हमेशा याद रहेंगी. अमोनकर (84) का संक्षिप्त बीमारी के बाद कल रात यहां निधन हो गया. दादर शवदाह गृह में अंतिम संस्कार में शामिल लोगों में महाराष्ट्र के संस्कृति मामलों के मंत्री विनोद तावडे, संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा, संगीतकार अभिजीत पोहानकर, अभिनेता विक्रम गोखले, मशहूर तालवादक तौफीक कुरैशी और गायक सुरेश वाडेकर मौजूद थे. गायक महेश काले और रंगमंच तथा फिल्म निर्देशक विजय मेहता ने भी अमोनकर को श्रद्धांजलि दी. उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार से पहले तिरंगे में लपेटा गया था.अमोनकर के सबसे बडे बेटे निहार ने उन्हें मुखाग्नि दी.

अमोनकर के पार्थिव शरीर को प्रभादेवी इलाके में रवीन्द्र नाट्य मंदिर में रखा गया था ताकि लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें और फिर अंतिम संस्कार के लिए उनके शव को दादर स्थित शवदाह गृह ले जाया गया. श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अमोनकर के निधन से भारतीय शास्त्रीय संगीत को अपूरणीय क्षति हुई है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘उनके निधन से काफी दुखी हूं. भगवान उनकी आत्मा को शांति दें. किशोरी अमोनकर के काम आने वाले वर्षों में लोगों के बीच सदा याद किए जाएंगे.” कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि देश ने जयपुर घराने की अग्रणी गायिका को खो दिया है. उनके परिवार और प्रशंसकों के लिए अपनी संवेदना प्रकट करते हुए कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘‘किशोरीजी अपने खयाल, ठुमरी और भजन के जरिए हमारे बीच हमेशा जिंदा रहेंगी.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत ने एक दिग्गज शख्सियत को खो दिया है. उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘‘दुर्लभ और असाधारण प्रतिभा, उनकी आवाज हमेशा हमारे बीच रहेगी.” पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गायिका के परिवार के सदस्यों से अपनी शोक संवेदना प्रकट की. चर्चित पार्श्व गायिका लता मंगेशकर ने अमोनकर को असाधारण गायिका बताया.
उन्होंने कहा, ‘‘वो एक असाधारण गायिका थीं. उनके जाने से शास्त्रीय संगीत जगत की बहुत हानि हुयी है.” संगीतकार और गायक शंकर महादेवन ने ट्वीट किया, ‘‘महान किशोरी अमोनकर जी नहीं रहीं. भारतीय शास्त्रीय संगीत को बडी क्षति. उनका संगीत हमेशा जिंदा रहेगा.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने अपने शोक संदेश में अमोनकर को शास्त्रीय संगीत का अगुआ बताया. मुम्बई में 10 अप्रैल 1932 को जन्मीं अमोनकर को हिंदुस्तानी परम्परा की महान गायिकाओं में माना जाता है. वह जयपुर घराने की थीं. अमोनकर की मां प्रख्यात गायिका मोगुबाई कुर्दीकर थीं जिनका प्रशिक्षण जयपुर घराने के अलादीया खान साहब की रहनुमाई में हुआ था. अमोनकर के दो बेटे हैं. गायिका को संगीत जगत में उनके विशिष्ट योगदान के लिए देश के दो शीर्ष नागरिक सम्मान पद्म भूषण (1987) और पद्म विभूषण (2002) सहित कई सम्मान मिले.

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