नयी दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि ‘मध्ययुगीन मानसिकता’ बदलने और महिलाओं को राजनीति, व्यापार और सामाजिक क्षेत्रों में नेतृत्व के पद सौंपने की आवश्यकता है ताकि समाज में उनके लिए सही स्थान सुनिश्चित किया जा सके.
महिलाओं के सशक्तीकरण की लड़ाई को वैश्विक एजेंडा पर लाने के लिए महिलाओं को बधाई देते हुए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर एक बयान में राहुल ने कहा, ‘‘हर जगह महिलाओं के साहस, दृढ़ता और अध्यवसाय की कहानी है. लेकिन काफी कुछ किए जाने की आवश्यकता है ताकि इस बात को सुनिश्चित किया जा सके कि महिलाओं को समाज में सही स्थान मिले.’’ देश में महिलाओं के सशक्तीकरण की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘भारत अपनी महिलाओं को सशक्त बनाए बिना कभी भी सुपरपावर बनने की आकांक्षा नहीं रख सकता है.
यह सशक्तीकरण सभी स्तरों पर अवश्य परिलक्षित होना चाहिए. महिलाओं को राजनीति, व्यापार और सामाजिक क्षेत्रों में नेतृत्व के पदों पर अवश्य स्थान मिलना चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि देश में मध्ययुगीन मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है और उन्होंने सरकार, समाज और राजनैतिक वर्ग से इस बात को सुनिश्चित करने में मदद करने का आह्वान किया ताकि महिलाओं को अधिकार और अवसर मिलें जो उन्हें आगे बढ़ाए.