अजमेर के दीवान को पीएम मोदी से गोमांस पर बैन लगाने की मांग पड़ी भारी, दरगाह की दीवानी से धोना पड़ा हाथ

जयपुर : सालाना उर्स के अवसर पर अजमेर शरीफ दरगाह के दीवान जैनुल आबेदीन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूरे देश में गोमांस पर प्रतिबंध लगाने की मांग भारी पड़ती दिखाई दे रही है. मीडिया में पूरे जोर-शोर से उनकी मांग से संबंधित खबर चलाये जाने के बाद इस सूफी संत के भाई अलाउद्दीन आलिमी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2017 10:42 AM

जयपुर : सालाना उर्स के अवसर पर अजमेर शरीफ दरगाह के दीवान जैनुल आबेदीन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूरे देश में गोमांस पर प्रतिबंध लगाने की मांग भारी पड़ती दिखाई दे रही है. मीडिया में पूरे जोर-शोर से उनकी मांग से संबंधित खबर चलाये जाने के बाद इस सूफी संत के भाई अलाउद्दीन आलिमी ने उन्हें दरगार के दीवान पद से हटाने का ऐलान कर दिया है. पीएम मोदी से गोमांस पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने वाले सूफी संत जैनुल आबेदीन ने तीन मलाक को भी इस्लाम विरोधी बताया था.

अजमेर शरीफ में सालाना उर्स मेले की शुरुआत के साथ ही दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूरे देश में गोमांस के बेचने, खाने और लाने ले जाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए कहा था कि इससे दो समुदायों के बीच नफरत पनप रही है. ऐसे में देश में शांति के लिए सरकार इस पर पूरे देश में प्रतिबंध लगाये. इसके साथ ही, उन्होंने मुसलमानों से भी अपील की थी कि वे गोमांस का सेवन न करें.

दरगाह दीवान सैयद जैनुल आबेदीन ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा था कि वे गोमांस का सेवन नहीं करेंगे. उन्होंने गोमांस पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने के साथ ही इस बात का भी ऐलान करते हुए कहा था कि मैं और मेरा परिवार गोमांस का सेवन त्यागने की घोषणा करता हूं.

इस समय दरगाह में 805वां सालाना उर्स का मेला चल रहा है. इस दौरान दरगाह के दीवान सैयद जैनुल ने गोहत्या पर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि गोमांस से दो समुदायों के बीच दूरियां आयी हैं. भारत की गंगा-जमुनी तहजीब को झटका लगा है.

उन्होंने कहा था कि ऐसे में जरूरी है कि मुसलमान इस इख्तलाफ को खत्म करने की पहल करें और गोमांस खाना बिल्कुल कर दे. साथ ही, सरकार भी गोहत्या और उसके मांस की बिक्री पर पूरे तरीके से प्रतिबंध लगाये. साथ ही, उन्होंने ये भी कहा कि किसी भी तरह का जानवर नहीं काटा जाना चाहिए.

सैयद जैनुल ने प्रधनमंत्री से अपील करते हुए कहा था कि गाय सिर्फ एक जानवर नहीं है, बल्कि हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है. गाय और उसके वंश को बचाना चाहिए. साथ ही, गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाना चाहिए.

दरगाह के दीवान सैयद जैनुल ने तीन तलाक को भी इस्लाम विरोधी बताते हुए कहा था कि इस्लाम में महिलाओं को सम्मान दिया गया है. ऐसे में शरियत का गलत इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और तीन तलाक के नाम पर महिलाओं का उत्पीड़न नहीं करना चाहिए.

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