नयी दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारत में अफ्रीकी छात्रों पर हमले को लेकर अफ्रीकी देशों के राजदूतों के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण, दुखद और आश्चर्यजनक करार देते हुए बुधवार को कहा कि भारत अफ्रीकी छात्रों समेत भारत में रहने वाले प्रत्येक देश के नागरिक की सुरक्षा को कृत संकल्पित हैं.
कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल की ओर से इस मुद्दे को उठाने पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि अफ्रीकी देशों के डीन की ओर से यह कहना कि भारत के राजनीतिक नेतृत्व ने कुछ नहीं किया, यह तथ्यों से परे है. इस संबंध में एक स्थानीय युवक की मौत के बाद एक परिस्थिति उत्पन्न हुई जिसके बारे में कहा गया कि ड्रग्स ओवरडोज के कारण उसकी मौत हुई. इसके अगले दिन कैंडल मार्च निकाला गया और उसी दौरान कुछ अफ्रीकी छात्रों की पिटाई हुई। ऐसा तब होता है जब ऐसी परिस्थिति में कुछ आपराधिक लोग मार्च में प्रवेश कर जाते हैं.
विदेश मंत्री ने कहा कि हर आपराधिक कृत्य ‘नस्ली’ हमला नहीं हो सकता है. नस्ली घटना पूर्व निर्धारित होती है. यह कहना ठीक नहीं है कि राष्ट्रीय नेतृत्व ने कुछ नहीं किया. हमने घटना की जानकारी मिलते ही उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सम्पर्क किया. उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने हमें निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया. इस मामले की जांच चल रही है, अभी तक छह लोग गिरफ्तार किये गए हैं. हमें जांच के परिणाम आने का इंतजार करना चाहिए.
सुषमा ने कहा, ‘‘ जब तक जांच पूरी नहीं होती, इन हमलों को नस्ली नहीं कहा जा सकता.’ उन्होंने कहा कि अमेरिका में जब भारतीयों पर हमले हुए थे तब भी हमने कहा था कि जांच रिपोर्ट का इंतजार करें. मोजांबिक में जब एक भारतीय की जान गई थी तब भी हमने उसे नस्ली हमला नहीं कहा था. सुषमा स्वराज ने भारत में अफ्रीकी छात्रों पर हमले को लेकर अफ्रीकी देशों के राजदूतों के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण, दुखद और आश्चर्यजनक करार दिया. उन्होंने कहा, ‘‘ हम अफ्रीकी छात्रों समेत भारत में रहने वाले प्रत्येक देश के नागरिक की सुरक्षा को कृत संकल्पित हैं.’