जम्मू-कश्मीर में मूसलाधार बारिश और भूस्खलन से आयी तबाही, पीएम मोदी ने महबूबा से बात कर दिया केंद्रीय राहत का भरोसा
नयी दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में मूसलाधार बारिश और भूस्खलन से हुई तबाही के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की मुख्यमंत्री महूबबा मुफ्ती से बात कर उन्हें केंद्र से हरसंभव मदद पहुंचाने का भरोसा दिया है. उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर किये गये अपने ट्विट में पीएम मोदी ने जानकारी दी है कि उन्होंने […]
नयी दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में मूसलाधार बारिश और भूस्खलन से हुई तबाही के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की मुख्यमंत्री महूबबा मुफ्ती से बात कर उन्हें केंद्र से हरसंभव मदद पहुंचाने का भरोसा दिया है. उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर किये गये अपने ट्विट में पीएम मोदी ने जानकारी दी है कि उन्होंने राज्य में बाढ़ की स्थिति के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात की है. उन्होंने अपने ट्विट में लिखा है कि उन्होंने उन्हें केंद्र की ओर से हरसंभव मदद करने का भरोसा दिया है.
Spoke to J&K CM @MehboobaMufti on the flood situation in the state. Offered all possible support from Centre in dealing with the situation.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 7, 2017
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में बाढ़ की चेतावनी जारी की गयी है. राज्य में मूसलाधार बारिश और भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया है. झेलम और उसकी सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ जाने के बाद दक्षिण और मध्य कश्मीर में बाढ़ की चेतावनी जारी की गयी है. वहीं, मूसलाधार बारिश के कारण 300 किलोमीटर लंबे सड़क के कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है और रास्तों पर पत्थर गिरे पड़े हैं.
घाटी के राम मुंशी बाग में झेलम नदी का जलस्तर बाढ़ के निशान से ऊपर पहुंच गया है. इसके मद्देनजर अधिकारियों ने आपात नियंत्रण कक्षों का गठन किया है और बाढ़ ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है. सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि लगातार बारिश के कारण राम मुंशी बाग में जलस्तर बाढ़ घोषित करने के स्तर 18 फुट को पार कर गया है. झेलम नदी के आसपास के अवासीय क्षेत्रों और मध्य कश्मीर के निचले इलाकों के निवासियों को सतर्क रहने को कहा गया है’. उन्होंने कहा कि मध्य कश्मीर में बाढ़ ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों से तुरंत अपनी-अपनी जगहों पर पहुंचने को कहा गया है.