बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर हरियाणा के सीएम खट्टर का दावा, कहा – पहली बार 980 के स्तर पर पहुंचा लिंगानुपात

चंडीगढ़ : हरियाणा में स्त्री-पुरुष लिंगानुपात में असमानता को लेकर मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने दावा किया है कि सूबे के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि यहां के लिंगानुपात की असमानता में कमी आयी है. सरकार की ओर से जारी आंकड़ों पर दावा जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के इतिहास में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2017 9:08 AM

चंडीगढ़ : हरियाणा में स्त्री-पुरुष लिंगानुपात में असमानता को लेकर मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने दावा किया है कि सूबे के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि यहां के लिंगानुपात की असमानता में कमी आयी है. सरकार की ओर से जारी आंकड़ों पर दावा जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार इस साल मार्च में जन्म के समय लिंगानुपात 1000 पुरुषों पर 950 स्त्रियों का हो गया है. मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम की शुरुआत हरियाणा से की थी और राज्य ने घटते लिंगानुपात को चुनौती के तौर पर स्वीकार किया.

राज्य सरकार की ओर से मुहैया कराये गये आंकड़ों के अनुसार, मार्च में जन्म के समय लिंगानुपात करनाल, हिसार, यमुनानगर, सिरसा, कुरुक्षेत्र, पानीपत, पलवल और नारनौल में क्रमश: 953, 972, 974, 976, 980, 993, 1,217 और 1,279 था. वहीं, कैथल, रोहतक, झज्जर, गुडगांव, भिवानी, जींद, फतेहाबाद, पंचकुला, रेवाडी, अंबाला, मेवात, सोनीपत और फरीदाबाद में यह क्रमश: 864, 863, 893, 893, 893, 896, 898, 912, 913, 921, 926, 939 और 947 था.

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