क्षेत्रीय समाचार चैनल के मुख्य महाप्रबंधक सुरेश चव्हाण गिरफ्तार, सम्भल में हाई अलर्ट
सम्भल : धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में मुकदमा दर्ज होने के बाद सम्भल कूच का ऐलान करने वाले एक क्षेत्रीय समाचार चैनल के मुख्य महाप्रबंधक सुरेश चव्हाण की लखनऊ में गिरफ्तारी के बाद सम्भल में ऐहतियात के तौर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है.पुलिस अधीक्षक रवि शंकर छवि ने आज यहां बताया कि […]
सम्भल : धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में मुकदमा दर्ज होने के बाद सम्भल कूच का ऐलान करने वाले एक क्षेत्रीय समाचार चैनल के मुख्य महाप्रबंधक सुरेश चव्हाण की लखनऊ में गिरफ्तारी के बाद सम्भल में ऐहतियात के तौर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है.पुलिस अधीक्षक रवि शंकर छवि ने आज यहां बताया कि कल शाम सम्भल पुलिस और लखनऊ पुलिस की अपराध शाखा की संयुक्त टीम ने सुदर्शन चैनल के मुख्य महाप्रबंक सुरेश चव्हाण को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया. अन्य कथित हिंदूवादी संगठनों की संभावित गतिविधियों की आशंका को देखते हुए सम्भल में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि चव्हाणके ने गत सोमवार को भावनाएं भड़काने के आरोप में अपने खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद इसके विरोध में कल सम्भल जाने का ऐलान किया था. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उनकी गिरफ्तारी के बाद सम्भल की सभी सीमाएं ऐहतियातन सील करके बड़े पैमाने पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
छवि ने बताया कि सम्भल के धार्मिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है. साथ ही वहां बडे पैमाने पर पुलिस बल तैनात किया गया है. सम्भल में तीन अपर पुलिस अधीक्षक, नौ क्षेत्राधिकारी, 16 निरीक्षक, 100 उपनिरीक्षक, 300 पुलिस जवान तथा चार कम्पनी पीएसी बल तैनात किया गया है.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सम्भल में सांप्रदायिक माहौल खराब करने, धार्मिक उन्माद फैलाने और जनता में भय पैदा करने के आरोप में चव्हाणके, इतरत हुसैन बाबर तथा संजय शंखधर नामक व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. उन्होंने बताया कि इनमें से बाबर ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया है जबकि चव्हाण को गिरफ्तार किया जा चुका है.
गौरतलब है कि सम्भल के कोतवाल बृज मोहन गिरि की तहरीर पर चव्हाणके के खिलाफ दो संप्रदायों के बीच धार्मिक वैमनस्य बढ़ाने वाले और सांप्रदायिक सौहार्द पर बुरा असर डालने वाले कार्यक्रमों में भडकाऊ वक्तव्य देने, उन कार्यक्रमों के वीडियो इंटरनेट, यू ट्यूब, फेसबुक और ट्वीटर इत्यादि पर पोस्ट करने के आरोप में गत 10 अप्रैल को मुकदमा दर्ज किया गया था.