जवान पर हमला मामले में सीआरपीएफ हुआ सख्त, उत्पातियों पर दर्ज किया गया केस
श्रीनगर : कश्मीर के बड़गाम में चुनाव ड्यूटी से लौट रहे जवानों पर कुछ स्थानीय यूवकों द्वारा किये गये हमले के मामले में सीआरपीएफ ने जम्मू-कश्मीर पुलिस को पत्र लिखकर कहा है कि जवान के साथ मारपीट कर रहे लोगों की पहचान करके उन पर कड़ी कार्यवाई की जाये. इस पत्र में प्राथमिकी दर्ज करने […]
श्रीनगर : कश्मीर के बड़गाम में चुनाव ड्यूटी से लौट रहे जवानों पर कुछ स्थानीय यूवकों द्वारा किये गये हमले के मामले में सीआरपीएफ ने जम्मू-कश्मीर पुलिस को पत्र लिखकर कहा है कि जवान के साथ मारपीट कर रहे लोगों की पहचान करके उन पर कड़ी कार्यवाई की जाये. इस पत्र में प्राथमिकी दर्ज करने की भी मांग की गयी है. खबर यह भी है कि इस पूरे मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक प्राथमिकी दर्ज कर लिया है.
बता दें कि हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ है. इस वेडियो में दिख रहा है कि जहां पर कुछ कश्मीरी युवक सीआरपीएफ के जवान को लात मार रहे हैं. इसके बावजूद जवान ने युवक को कुछ नहीं कहा. वीडियो वायरल होने के बाद सीआरपीएफ ने अपने बयान में कहा है कि यह वायरल वीडियो बड़गाम के इलाके का हो सकता है.
बताया जा रहा है कि यह वीडियो हाल ही में हुए उपचुनाव के दौरान का है. सीआरपीएफ के अनुसार, उस समय जवान ईवीएम की सुरक्षा कर रहे थे. उनके ईवीएम को सुरक्षित रखना काफी जरूरी था, न कि उस युवक को जवाब देना. सीआरपीएफ ने अपने बयान में कहा कि वह वहां पर कमजोर नहीं है, बल्कि लोकतंत्र को बचाने की कोशिश कर रही है.
video : गुस्से में बोल भी नहीं पाये अनुपम खेर…
CRPF video shocker: Livid Anupam Kher tears into 'pseudo-intellectuals' defending Valley's goons https://t.co/46mOWLFFeW pic.twitter.com/3LSwhrlN6a
— ANI Digital (@ani_digital) April 14, 2017
एक अन्य वायरल वीडियो में बॉलीवुड अभिनेता और भाजपा सांसद अनुपम खेर ने कहा है कि दोस्तों, आजकल एक वीडियो प्रचलित हो रहा है, जहां पर सैनिकों की टोली हथियारों से लैस होने के बावजूद नियमों का पालन करते हुए जा रही है और उन लोगों पर, उन कायर लोगों पर बिलकुल हाथ नहीं उठा रही है, जो उनका मजाक कर रहे हैं, उन्हें मार रहे हैं, उन्हें चपत लगा रहे हैं, उनके हैलमेट गिरा रहे हैं. वरना अगर उनका वश चले, तो बिना हथियारों के, बिना हैलमेट के, बिना किसी बात के एक रख के मारें और वहीं धराशायी हो जायेंगे. लेकिन उससे ज्यादा हैरानी की बात उन मानवाधिकार लोगों की है, जो बात-बात पर कश्मीर में इस बात की दुहाई देते हैं, बेचारे ये बिगड़े हुए यूथ हैं.
मैं मानता हूं कि ज्यादातर मेजॉरिटी जो है, हो सकता है कि इन लोगों के प्रति, हमारे सैनिकों के प्रति ऐसा नहीं सोचती. लेकिन जब इस तरह का वीडियो वायरल होता है, तो उस पर प्रतिक्रिया देना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि बहुत गुस्सा आता है. न केवल हिंदुस्तानी होने के नाते, बल्कि एक इंसान होने के नाते.