कौन थे मदर ऑफ ऑल बम यानी GBU – 43/B के निर्माता?
एमओएबी (मैसिव ऑर्डनन्स एयर ब्लास्ट बॉम्ब)को मदर ऑफ ऑल बम कहा जाता है. जीबीयू – 43/बी मेसिव ऑर्डनेंस एयर ब्लास्ट 20हजार पाउंड से अधिक वजनव 10 टन का बम है. इस बम को अल्बर्टएल विमोर्ट ने डेवलप किया था. इस बम का पहली बार 2003 में परीक्षण किया गया था. अलबर्ट एक सिविल इंजीनियर थे […]
एमओएबी (मैसिव ऑर्डनन्स एयर ब्लास्ट बॉम्ब)को मदर ऑफ ऑल बम कहा जाता है. जीबीयू – 43/बी मेसिव ऑर्डनेंस एयर ब्लास्ट 20हजार पाउंड से अधिक वजनव 10 टन का बम है. इस बम को अल्बर्टएल विमोर्ट ने डेवलप किया था. इस बम का पहली बार 2003 में परीक्षण किया गया था. अलबर्ट एक सिविल इंजीनियर थे जो अमेरिकी एयरफोर्स के लिए काम करते थे. 2005 में वे ब्रेन कैंसर से पीड़ित हो गये थे और इसी सालदिसंबरके अंतिम दिनों में उनका 67 साल की उम्र में निधन हो गया.
अमेरिका के लिए विध्वंसक बम बनाने को कारण उनकी काफी तारीफ होती थी और वहां का रक्षा विभाग उनकी जय गान भी करता था. अमेरिकाकी बम प्रयोगशाला ने उनके बारे में एक बार बयान जारी किया था कि वे अपने शानदार प्रयोगों से देश के योद्धाओं के हाथ में नये हथियारों देते हैं, जो हमारे देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को दूसरों से अलग व विशिष्ट बनाता है.
अल्बर्ट ने अपने जीवन में अमेरिकी रक्षा विभाग को कई हथियारों से संपन्न किया, लेकिन उनके दो काम की सबसे ज्यादा वाहवाही होती रही है. एक उन्होंने जीबीयू – 28 नामक बंकर बस्टर हथियार बनाया था. अमेरिका ने इसका इस्तेमाल खाड़ी युद्ध के दौरान 1991 में किया था, दूसरा जिसकी चर्चा कल से हो पूरी दुनिया में हो रही है,वह है जीबीयू – 43/बी मेसिव ऑर्डनेंस एयर ब्लास्ट.इसका उपयोग कल अमेरिका ने अफगानिस्तान में किया.
मिस्टर विमोर्टफलोरिडा अमेरिका में एयरफोर्स की प्रयोगशाला में चीफ इंजीनियर के रूप में काम करते थे.
30 फीट लंबे व जीपीएस सिस्टम से संचालित एमओएबी का उपयोग करने के लिए कार्गो प्लेन का उपयोग किया जाता है और यह जीपीएस से संचालित है. मलेट्री से संबंधित वेबसाइट के अनुसार, इस बम की एक यूनिट को बनाने में 16 मिलियन डॉलन या 103 करोड़ रुपये खर्च आता है.