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जाधव शायद जीवित ही न हो : उज्जवल निकम

मुंबई : देश के जाने-माने वकील उज्जवल निकम ने कहा है कि कुलभूषण जाधव निर्दोष हैं और उन पर नये सिरे से मुकदमा चलाया जाना चाहिए़. जाधव की रिहाई के लिए वह पाकिस्तान जाकर केस लड़ने को तैयार हैं. उज्जवल निकम ने यह भी आशंका जाहिर की है कि कुलभूषण जाधव के साथ क्रूरता बरती […]

मुंबई : देश के जाने-माने वकील उज्जवल निकम ने कहा है कि कुलभूषण जाधव निर्दोष हैं और उन पर नये सिरे से मुकदमा चलाया जाना चाहिए़. जाधव की रिहाई के लिए वह पाकिस्तान जाकर केस लड़ने को तैयार हैं. उज्जवल निकम ने यह भी आशंका जाहिर की है कि कुलभूषण जाधव के साथ क्रूरता बरती गयी होगी और हो सकता है कि वह जीवित ही न हो, शायद यही वजह है कि पाकिस्तान उन्हें किसी से मिलवाने की हालत में नहीं है और बहाने बना रहा है.

निकम ने कहा कि जाधव इसलिए निर्दोष है क्योंकि ईरान सरकार ने भी कहा कि कुलभूषण जाधव ईरान में अपने व्यवसाय के संबंध में काम कर रहे थे. पाकिस्तान के खिलाफ हिंदुस्तान ने इस मामले में सख्त कदम उठाया है इससे बचने के लिए पाकिस्तान इस तरह की गलत बयानबाजी पर उतर आया है कि जाधव भारतीय जासूस है. गौरतलब है कि नौसेना के पूर्व अधिकारी और भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव पाकिस्तान की कैद में हैं और उन्हें फांसी की सजा सुनायी गयी है.

विशेष सरकारी वकील उज्जवल निकम ने बताया कि पाकिस्तान एक बनाना रिपब्लिक है और अस्थिर सरकार वाला देश है. उन्होंने कहा कि उन्हें पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज के उस बयान पर ताज्जुब हुआ जिसमें उन्होंने कहा कि फांसी की सजा सुनाये गये कुलभूषण जाधव को किसी से भी मिलने नहीं दे सकते. उज्जवल निकम ने कहा, इससे यह साबित होता है कि पाकिस्तान ने जाधव का इकबालिया बयान दबाव में लिया है. ऐसे में कहीं पाकिस्तान की पोल न खुल जाये, वह उन्हें किसी से मिलने नहीं देना चाहता. गौरतलब है कि भारत एक साल में अब तक 14 बार कुलभूषण से मुलाकात करने की कोशिश कर चुका है, लेकिन पाकिस्तान ने इसकी अनुमति नहीं दी.
* मिलना ही चाहिए काउंसलर एक्सेस
वरिष्ठ अधिवक्ता ने आगे कहा, जाधव को काउंसलर एक्सेस मिलना ही चाहिए ताकि उनके इकबालिया बयान की सत्यता की जांच हो सके. निकम ने कहा, जाधव का इकबालिया बयान लेते वक्त उन्हें टॉर्चर किया गया होगा और जब यह सच्चाई सामने आ जाएगी तो पाकिस्तान एक फिर दुनिया के सामने बेनकाब हो जायेगा. निकम बताते हैं कि पाकिस्तान का कानून, न्यायिक प्रक्रिया भारत के कानून व्यवस्था की जैसी है, इसलिए किसी भी व्यक्ति का बयान अगर मारपीट कर लिया गया है, तो कानून की भाषा में उसके कुछ मायने नहीं और इसलिए पाकिस्तान, जाधव से किसी को मिलने देने को तैयार नहीं है.
* कानूनी कार्रवाई पर निगरानी रखे संयुक्त राष्ट्र
उज्जवल निकम का कहना है कि जाधव केस को दोबारा, नये सिरे से पाकिस्तान की न्यायपालिका में लड़ा जाये, ताकि इस कानूनी कार्रवाई को इंडियन कॉन्सुलेट और संयुक्त राष्ट्र संघटन का प्रतिनिधि नजर रख सके, जिससे दुनिया को विश्वास हो कि पाकिस्तान ने जाधव को खुद को बेगुनाह साबित करने का पूरा मौका दिया.
* पाकिस्तान में जाधव की वकालत को तैयार
उज्जवल निकम ने कहा है कि अगर पाकिस्तान में नये सिरे से जाधव का केस की सुनवाई की जाएगी तो वह खुद पाकिस्तान में जाकर कुलभूषण जाधव का केस लड़ेंगे, क्योंकि पाकिस्तान का कोई भी वकील जाधव को कानूनी मदद देने के लिए तैयार नहीं है. इसलिए एडवोकेट उज्जवल निकम पाकिस्तान में जाकर पाकिस्तान की अदालत में जाधव की तरफ से वकालत करने को तैयार हैं. निकम को विश्वास है कि वो जाधव को निर्दोष साबित करके हिंदुस्तान वापस लायेंगे क्योंकि उन्हें पता है कि पाकिस्तान के पास जाधव के खिलाफ कोई भी सबूत नहीं है, लेकिन हिंदुस्तान को अंतराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने के लिए पाकिस्तान ने यह चाल चली है.
* जाधव के खिलाफ यूएन को नये सबूत सौंपेगा पाक
और इस बीच पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव के खिलाफ नये सबूत संयुक्त राष्ट्र को सौंपने का फैसला किया है. इसमें मजिस्ट्रेट के सामने और फिर अदालत में दर्ज जाधव के कबूलनामे का वीडियो शामिल होगा. पाक मीडिया के मुताबिक, नये डोजियर में कराची और बलूचिस्तान में जाधव की जासूसी और हिंसक गतिविधियों का ब्योरा शामिल होगा. इसमें कोर्ट मार्शल की कार्यवाही का ब्योरा भी होगा.

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