कुलभूषण जाधव मामला: अपनी छवि बचाने के लिए पाकिस्तान की पैतरेबाजी

नयी दिल्ली : भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. भारत ने रविवार को कहा उसने कुलभूषण जाधव के खिलाफ दायर किये गये आरोप पत्र की प्रमाणित प्रति और मौत की सजा के सैन्य अदालत के आदेश की प्रति मांगी थी, लेकिन उसे पाकिस्तान की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2017 8:40 AM

नयी दिल्ली : भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. भारत ने रविवार को कहा उसने कुलभूषण जाधव के खिलाफ दायर किये गये आरोप पत्र की प्रमाणित प्रति और मौत की सजा के सैन्य अदालत के आदेश की प्रति मांगी थी, लेकिन उसे पाकिस्तान की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि इसलामाबाद में भारतीय उच्चायुक्त गौतम बंबावले और पाकिस्तानी विदेश सचिव की मुलाकात के दौरान भारत ने शुक्रवार को ये दो दस्तावेज मांगे थे. भारत ने स्पष्ट कहा है कि जाधव को सुनायी गयी मौत की सजा के खिलाफ अपील करेगा.

उधर, पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छवि बचाने के लिए नयी चाल चली है. उसने कुलभूषण जाधव की कथित चरमपंथी गतिविधियों के बारे में नया डोजियर तैयार किया है और इसे संयुक्त राष्ट्र और विदेशी राजदूतों को सौंपेगा. नया डोजियर जाधव के उस कबूलनामे और बयानों के आधार पर तैयार किया गया है, जो उसने जासूसी एवं विध्वंसक गतिविधियों में अपनी कथित संलिप्तता के बारे में फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल के समक्ष दिये थे.
पाकिस्तान का दावा है कि सुरक्षा बलों ने जाधव को पिछले साल तीन मार्च को अशांत बलूचिस्तान प्रांत से गिरफ्तार किया था, जहां वह कथित ईरान से घुसा था.
डोजियर में पाक का आरोप
पाकिस्तान द्वारा तैयार डोजियर में कोर्ट मार्शल जनरल की प्रमाणित रिपोर्ट और अदालती कार्यवाही का ब्योरा शामिल है. इसमें जाधव की ओर से मुहैया करायी गयी सूचना के आधार पर पाकिस्तान सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की गयी गतिविधियों और छापेमारियों का ब्योरा भी शामिल है.
राजदूतों को भी देगा
पाक यह डोजियर इसलामाबाद में मौजूद विभिन्न देशों के राजदूतों को सौंपेगा. इसके अलावा, वह इस डोजियर को संयुक्त राष्ट्र और दूसरे अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ साझा करेगा.
जाधव का केस लड़ने को तैयार हैं उज्ज्वल निकम
देश के जाने-माने वकील उज्ज्वल निकम ने कहा है कि कुलभूषण जाधव निर्दोष हैं और उन पर नये सिरे से मुकदमा चलाया जाना चाहिए़. जाधव की रिहाई के लिए वह पाकिस्तान जाकर केस लड़ने को तैयार हैं. निकम ने आशंका जाहिर की है कि जाधव के साथ क्रूरता बरती गयी होगी और हो सकता है कि वह जीवित ही न हो. शायद यही वजह है कि पाकिस्तान उन्हें किसी से मिलवाने की हालत में नहीं है और बहाने बना रहा है. निकम ने कहा कि जाधव इसलिए निर्दोष है, क्योंकि ईरान सरकार ने भी कहा कि कुलभूषण ईरान में अपने व्यवसाय के संबंध में काम कर रहे थे. पाकिस्तान के खिलाफ हिंदुस्तान ने इस मामले में सख्त कदम उठाया है, इससे बचने के लिए पाकिस्तान गलत बयानबाजी कर रहा है कि जाधव जासूस है.

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