स्कॉटलैंड यार्ड ने लंदन में विजय माल्या को किया गिरफ्तार, मिली जमानत, लाये जा सकते हैं भारत
लंदन : भारत द्वारा भगोड़ा घोषित विजय माल्या को धोखाधड़ी के आरोपों में नयी दिल्ली के प्रत्यर्पण आग्रह पर आज स्कॉटलैंड यार्ड ने लंदन में गिरफ्तार कर लिया, लेकिन चंद घंटे बाद उसे जमानत मिल गयी. वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों ने उसकी गिरफ्तारी को मामले में पहली सफलता बताया जिसमें अब ब्रिटेन में यह तय करने […]
लंदन : भारत द्वारा भगोड़ा घोषित विजय माल्या को धोखाधड़ी के आरोपों में नयी दिल्ली के प्रत्यर्पण आग्रह पर आज स्कॉटलैंड यार्ड ने लंदन में गिरफ्तार कर लिया, लेकिन चंद घंटे बाद उसे जमानत मिल गयी. वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों ने उसकी गिरफ्तारी को मामले में पहली सफलता बताया जिसमें अब ब्रिटेन में यह तय करने के लिए एक कानूनी प्रक्रिया होगी कि क्या माल्या को भारतीय अदालतों में आरोपों का सामना करने के लिए प्रत्यर्पित किया जा सकता है.
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माल्या की गिरफ्तारी वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा दिये गये उस संकेत के हफ्तों बाद हुई जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी ब्रिटेन यात्रा के दौरान बातचीत में माल्या के प्रत्यर्पण का मुद्दा शामिल होगा. शराब कारोबारी माल्या भारत में रिण डिफॉल्ट मामले में वांछित है. उसे आज सुबह उस समय गिरफ्तार कर लिया गया जब वह मध्य लंदन पुलिस थाने में पेश हुआ.
कभी अपने को ‘द किंग ऑफ गुड टाइम्स’ कहने वाले 61 वर्षीय माल्या को गिरफ्तारी के चंद घंटे बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया. स्कॉटलैंड यार्ड ने कहा, ‘मेट्रोपॉलिटन पुलिस की प्रत्यर्पण इकाई ने आज सुबह प्रत्यर्पण वारंट पर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. विजय माल्या को धोखाधड़ी के आरोप के सिलसिले में भारतीय अधिकारियों की ओर से गिरफ्तार किया गया.’
मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने कहा कि माल्या को तब गिरफ्तार किया गया जब वह मध्य लंदन पुलिस थाने में पेश हुआ. वह लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में पेश हुआ और कुछ घंटे बाद जमानत मिलने के बाद अपनी कानूनी टीम के साथ बाहर आते देखा गया. माल्या की टीम के एक सदस्य ने जमानत शर्तों का कोई ब्योरा दिये बिना अदालत में कहा, ‘यह एक स्वैच्छिक कार्रवाई थी. वह कुछ मिनट में बाहर आ जाएंगे.’
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शराब कारोबारी ने जमानत मिलने के तुरंत बाद ट्वीट किया, ‘सामान्यत: यह भारतीय मीडिया द्वारा फैलाई जा रही सनसनी है. अदालत में प्रत्यर्पण सुनवाई आज अपेक्षित तौर पर शुरू हुई.’ वहीं, नयी दिल्ली में वित्त राज्यमंत्री संतोष गंगवार ने कहा, ‘अब हम तथ्यों का आकलन कर रहे हैं कि हम उसे देश कैसे ला सकते हैं और उसके खिलाफ न्यायिक कार्यवाही कैसे शुरू कर सकते हैं.’ उन्होंने कहा कि सरकार वित्तीय अनियमितताओं में शामिल किसी भी व्यक्ति को न्याय के कठघरे में लाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी.
माल्या की निष्क्रिय हो चुकी किंगफिशर एअरलाइन्स पर विभिन्न बैंकों की नौ हजार करोड़ रुपये से अधिक की देनदारी है. वह दो मार्च 2016 को भारत से भागकर ब्रिटेन पहुंच गया था. वह अपने खिलाफ लगे आरोपों को बार-बार खारिज करता रहा है. जनवरी में एक भारतीय अदालत ने बैंकों के एक समूह को ऋण वसूली की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया था.
भारत ने ब्रिटेन के साथ प्रत्यर्पण संधि के अनुरुप आठ फरवरी को एक ‘नोट वर्बेल’ के जरिए माल्या के प्रत्यर्पण के लिए औपचारिक आग्रह किया था. नयी दिल्ली ने आग्रह सौंपते हुए कहा था कि माल्या के खिलाफ उसके पास एक ‘जायज’ मामला है. इसने उल्लेख किया था कि यदि प्रत्यर्पण आग्रह का सम्मान किया जाता है तो यह ‘हमारी चिंताओं के प्रति’ ब्रिटेन की ‘संवेदनशीलता’ को प्रदर्शित करेगा.
पिछले महीने ब्रिटिश सरकार ने माल्या के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया के संबंध में भारत के आग्रह को प्रमाणित कर इसे आगे की कार्रवाई के लिए एक जिला न्यायाधीश के पास भेज दिया था. ब्रिटेन से प्रत्यर्पण की प्रक्रिया में न्यायाधीश द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी करने सहित कई कदम शामिल होते हैं. वारंट के मामले में व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाता है और प्रारंभिक सुनवाई के लिए अदालत लाया जाता है. फिर विदेश मंत्री द्वारा अंतिम फैसला किये जाने से पहले एक प्रत्यर्पण सुनवाई होती है.
वांछित व्यक्ति को किसी भी फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक उच्च अदालतों में अपील करने का अधिकार होता है. इस साल जनवरी के शुरू में एक सीबीआई अदालत ने 720 करोड़ रुपये के आईडीबीआई बैंक ऋण डिफॉल्ट मामले में माल्या के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. माल्या फार्मूला वन टीम का मालिक है.