नयी दिल्ली : विदेश मंत्रालय ने आज कहा कि भारत ने कुलभूषण जाधव के खिलाफ मुकदमे की कार्यवाहियों के साथ-साथ इस मामले में अपील की प्रक्रिया का पूरा ब्योरा आधिकारिक तौर पर मांगा है. मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि भारत ने 15वीं बार पाकिस्तान से कहा है कि वह जाधव को राजनयिक मदद मुहैया कराए.
बागले ने कहा कि भारत ‘‘चिंतित” है, क्योंकि जाधव को कहां रखा गया है या उनकी हालत कैसी है, इस बारे में कुछ नहीं पता. पाकिस्तान का कहना है कि जाधव उसकी हिरासत में है. कल मंत्रालय की ओर से पाकिस्तान के उप-उच्चायुक्त को ‘‘तलब” करने का जिक्र करते हुए प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान को जाधव के खिलाफ मुकदमे का ब्योरा मुहैया कराने को कहा गया है.
बागले ने कहा, ‘‘पाकिस्तान दावा करता है कि जाधव के खिलाफ कानूनी कार्यवाही हुई. यदि उनके खिलाफ कोई कार्यवाही हुई है तो हम आधिकारिक तौर पर उन कार्यवाहियों को देखना चाहेंगे.” उन्होंने कहा कि भारत यह भी जानना चाहेगा कि वह इस मामले में कैसे आगे बढ सकता है. उन्होंने कहा कि जाधव को राजनयिक मदद मुहैया कराने और मुकदमे की कार्यवाही का ब्योरा देने के भारत के अनुरोध पर पाकिस्तान ने अब तक कोई जवाब नहीं दिया है. पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने जासूसी के आरोप में जाधव को मौत की सजा सुनाई है.
उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस बारे में कुछ नहीं पता कि पाकिस्तान में जाधव को कहां रखा गया है या उनकी हालत कैसी है. यह भारत के लिए चिंता की बात है. हम उनकी सेहत और ठिकाने को लेकर चिंतित हैं.” पाकिस्तान की ओर से जाधव की कथित जासूसी गतिविधियों से जुडे सबूत सौंपने की तैयारी की खबरों पर बागले ने सिर्फ इतना कहा कि पाकिस्तान पहले भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ‘‘गलत सूचना” देने की कोशिश कर चुका है.
जाधव की मौत की सजा के सिलसिले में कल भारत ने पाकिस्तान के उप-उच्चायुक्त को यहां तलब किया था और भारतीय नौसेना के सेवानिवृत अधिकारी को राजनयिक मदद मुहैया कराने की मांग फिर से रखी थी. इस हफ्ते की शुरुआत में पाकिस्तानी थलसेना ने जाधव को राजनयिक मदद मुहैया कराने से इनकार कर दिया था.