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फैजाबाद : अयोध्या के लोग उस वक्त आश्चर्यचकित रह गये, जब मुसलिम समुदाय के कुछ लोग ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाते हुए धर्मनगरी पहुंचे और जल्द से जल्द राम मंदिर बनाने की अपील की. गुरुवार की शाम विभिन्न क्षेत्रों से मुसलिम समाज के लोग यहां पहुंचे और जुलूस की शक्ल में सड़क पर ‘मुसलमानों हक और ईमान के साथ आओ, श्रीराम मंदिर का निर्माण कराओ’ के नारे लगाने लगे.
मंदिर निर्माण के लिए नारे लगानेवाले ट्रक में 3,000 ईंटें लेकर भी आये थे. राष्ट्रीय मुसलिम मंच के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का यह जत्था ईंटों के साथ अधिग्रहीत परिसर में विराजमान रामलला का दर्शन करने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां जाने से रोक दिया. कार सेवकों को नया घाट की तरफ भेज दिया गया.
इससे पहले मंच के कारसेवकों ने ईंट से भरे ट्रक को पूरे शहर में घुमाया. इन्होंने जोर-जोर से ‘जय श्रीराम’ के नारे भी लगाये. मंदिर निर्माण के प्रति इन 50 से अधिक मुसलिम कारसेवकों का जुनून देख कर अयोध्या के लोग भी दंग थे.
अचानक इतनी बड़ी संख्या में ईंट के साथ कारसेवकों को देख कर प्रशासन के हाथ-पैर फूल गये. बाद में पुलिसमौकेपर पहुंची और सभी मुसलिम कार सेवकों समझा-बुझा कर वापस भेज दिया.
सीओ ने कहा कि कुछ मुसलिम कारसेवक लखनऊ और बस्ती जिले से आये थे. राम मंदिर निर्माण मुसलिम मंच के अध्यक्ष राष्ट्रवादी आजम खान ने हाशिम अंसारी के वक्तव्य को उल्लेखित करते हुए कहा कि लोग एसी में बैठे हैं और राम लला टेंट में. उन्होंने कहा कि राम मंदिर वहीं बनना चाहिए, जहां श्रीराम का जन्म हुआ था और जहां इस वक्त वह विराजमान हैं.
इधर, मंच के अध्यक्ष आजम खान ने बताया किवे लखनऊ से आये हैं. उनका मकसद है राम मंदिर का निर्माण करवाना। कोतवाल अरविंद कुमार पांडेय ने बताया कि मुसलिम मंच के सदस्य बस्ती, महाराजगंज, गोरखपुर, लखनऊ व अन्य कई जगहों से आये थे.
मुसलिम समुदाय के लोगों ने कहा कि वे लोग ईंट देकर मंदिर निर्माण मेंसहयोगकरना चाहते हैं. लेकिन, उन्हें बतायागयाकि मंदिर बंद है. इसके बाद इन लोगों ने विश्वहिंदूपरिषद(विहिप)सेसंपर्क किया है. इस समयईंट से भराट्रकनयाघाट बांध तिराहे पर है. विहिप के लोग जहां कहेंगे, मंच ईंट को वहां पहुंचा देगा. बाद में प्रशासन की सलाह पर सभी कारसेवक वहां से चले गये.