देश भर में पसर रही घाटी में पत्थरबाजी की आग, मेरठ में लगे पोस्टर, तो राजस्थान में मारपीट
नयी दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में सेना के जवानों पर की जाने वाली पत्थरबाजी की आग अब धीरे-धीरे पूरे देश में पसरती नजर आ रही है. उत्तर प्रदेश के मेरठ में घाटी के छात्रों का बहिष्कार का ऐलान करने के साथ उनके खिलाफ पोस्टर चिपकाये गये हैं. वहीं, राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में मेवाड़ विश्वविद्यालय में पढ़ने […]
नयी दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में सेना के जवानों पर की जाने वाली पत्थरबाजी की आग अब धीरे-धीरे पूरे देश में पसरती नजर आ रही है. उत्तर प्रदेश के मेरठ में घाटी के छात्रों का बहिष्कार का ऐलान करने के साथ उनके खिलाफ पोस्टर चिपकाये गये हैं. वहीं, राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में मेवाड़ विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों के सज्ञथ कुछ लोगों ने मारपीट भी की है. इसमें करीब छह कश्मीरी छात्र के घायल होने की बात बतायी जा रही है.
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में नव निर्माण सेना नाम के एक संगठन ने मेरठ-देहारादून राजमार्ग पर घाटी में पत्थरबाजी के खिलाफ बड़े-बड़े होर्डिंग लगाये हैं. इन पोस्टरों के जरिये उत्तर प्रदेश में निवास कर रहे कश्मीरियों को राज्य छोड़कर जाने की चेतावनी दी गयी है. साथ ही, 30 अप्रैल के बाद सूबे में कश्मीरियों के खिलाफ हल्ला बोलने का आह्वान भी किया गया है. संगठन की इस हरकत के बाद खुफिया विभाग और राज्य भर के शिक्षण संस्थान सचेत हो गये हैं.
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खबरों के अनुसार, उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना की तरफ से कहा गया है कि पढ़ाई करने आये युवाकों में वे लोग भी होंगे, जिनके परिवार के लोग कश्मीर में सेना का विरोध करते हैं. जब यहां उनके परिवार के लोगों को परेशानी होगी, तभी कश्मीर में पत्थरबाजी करने वालों को सबक मिलेगा. राजमार्ग पर होर्डिंग लगाने के अलावा इस संगठन के अध्यक्ष अमित जानी ने ट्वीट करके कहा है कि कश्मीरी 30 अप्रैल तक यूपी खाली कर दें, वरना हड्डी तोड़कर वापस भेजेंगे. इसके साथ ही उन्होंने मेरठ के लोगों से अपील की कि कश्मीरियों को किराये पर मकान और दुकानों से सामान न देने का भी आह्वान किया है.
इस बीच, खबर यह भी आ रही है कि उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना की ओर से जगह-जगह होर्डिंग्स लगाये जाने के बाद खुफिया विभाग एलर्ट हो गया है. इसके साथ ही, बताया यह भी जा रहा है कि प्रशासन की ओर से प्रदेश में रह रहे कश्मीर के लोगों की सुरक्षा कड़ी करने की भी सिफारिश की गयी है. इसके बाद राज्य की पुलिस भी एलर्ट हो गयी है. मेरठ के सिटी एसपी आलोक प्रियदर्शी ने कहा कि संगठन को तुरंत सारे होर्डिंग हटाने का आदेश दिया गया है. इसके साथ ही, हम यह भी देख रहे हैं कि अमित जानी के खिलाफ कानून की किस धारा के तहत कार्रवाई की जा सकती है. उन्होंने कहा कि कश्मीरियों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जायेगा.
उधर, राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से खबर आ रही है कि मेवाड़ विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों और स्थानीय लोगों के बीच आपसी संघर्ष हो जाने की वजह से माहौल तनावपूर्ण हो गया. बताया यह जा रहा है कि यहां पर छात्रों और स्थानीय निवासियों के बीच कश्मीरी छात्रों की ओर से सेना के जवानों पर पत्थरबाजी करने के खिलाफ बहस शुरू हुई थी, जो बाद में आपसी संघर्ष के रूप में तब्दील हो गयी.
इस मामले को लेकर कश्मीरी छात्रों की ओर से से दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में कहा गया है कि वे खरीदारी के लिए निकले थे. उसी समय एक अज्ञात आदमी ने उन पर कुछ टिप्पणियां की. छात्रों का कहना है कि वे परीक्षा की घड़ी में नहीं चाहते कि मामला तूल पकड़े. एक कश्मीरी छात्र ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि हम कुछ सामान खरीदने गये थे. उसी दौरान कुछ युवाओं ने हमें पकड़ लिया.
उसका कहना है कि जिन लोगों ने उन्हें पकड़ा, उन लोगों ने कश्मीर में सीआरपीएफ जवानों के साथ की गयी बदसलूकी के लिए हमें जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया. उन्होंने बिना किसी वजह के पिटाई भी शुरू कर दी. इस पूरे घटनाक्रम से हमारा पूरा दिन उस वक्त बर्बाद हो गया, जब हम परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हुए थे.