अब केजरीवाल और नये उपराज्यपाल बैजल के बीच जंग

नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उपराज्यपाल अनिल बैजल हर दिन उनके खिलाफ निशाना साधते हैं. केजरीवाल ने 31 दिसंबर 2016 को बैजल के उपराज्यपाल बनने के बाद पहली बार उन पर सीधा हमला बोलते हुये यह बात कही है. केजरीवाल ने हा कि दिल्ली में विकास से जुडे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 22, 2017 8:15 PM

नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उपराज्यपाल अनिल बैजल हर दिन उनके खिलाफ निशाना साधते हैं. केजरीवाल ने 31 दिसंबर 2016 को बैजल के उपराज्यपाल बनने के बाद पहली बार उन पर सीधा हमला बोलते हुये यह बात कही है. केजरीवाल ने हा कि दिल्ली में विकास से जुडे तमाम मुद्दों पर आप सरकार ने उपराज्यपाल और केंद्र सरकार के साथ सामंजस्य कायम करने की हर संभव कोशिश की लेकिन बैजल ने निगम चुनाव से ठीक पहले मेरे खिलाफ हमले तेज कर दिये.

उन्होंने कहा, ‘‘हमने बैजल के साथ अच्छा रिश्ता कायम किया और शुरुआती तीन महीनों तक नये उपराज्यपाल ने हमारे साथ सामंजस्य से काम भी किया. केजरीवाल ने कहा कि ‘‘नगर निगम चुनाव से पहले हमने उनके खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोला, इसके बावजूद उन्होंने हर दिन मुझ पर निशाना साधा. मुझे बताएं कि इसमें हमारी गलती कहां है.”
केजरीवाल ने यह बात बैजल द्वारा दिल्ली सरकार के विज्ञापनों पर खर्च हुये 97 करोड रपये आम आदमी पार्टी (आप) से वसूलने और पार्टी दफ्तर के लिये सरकारी बंगले का आवंटन रद्द करने के संदर्भ में कहते हुये इन फैसलों को राजनीति से प्रेरित बताया. ज्ञात हो कि केजरीवाल और पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच भी प्रशासनिक अधिकारों को लेकर जमकर तनातनी रही.
आप संयोजक ने कहा, ‘‘हम हर किसी के साथ (केंद्र और उपराज्यपाल) सहयोग कायम करने का प्रयास कर रहे हैं जिससे दिल्ली का विकास हो, लेकिन उपराज्यपाल हर दिन मुझ पर निशाना साध रहे हैं.” उन्होंने शुंगलू समिति की रिपोर्ट को भी राजनीति से प्रेरित बताया। समिति की रिपोर्ट में आप सरकार द्वारा सत्ता के गंभीर दुरपयोग की तरफ इशारा किया गया है.
साथ ही केजरीवाल ने भाजपा पर भी हमला बोलते हुये भाजपा को ‘‘अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक” पार्टी करार देते हुये कहा कि उसका एकमात्र मकसद राज्यपाल या उपराज्यपालों का इस्तेमाल कर विरोधी दल की सरकारों को गिराना, विधायकों की खरीद फरोख्त करना और पार्टियों को तोडना है.

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