भाजपा ने कहा, सत्ता मिली तो सच्चर समिति के आंकड़ो को आधार बनाएंगे

नयी दिल्ली: सच्चर समिति की सिफारिशों का विरोध करने वाली भाजपा ने आज कहा कि सत्ता में आने पर वह मुसलमानों के उत्थान के लिए इसके आंकड़ों को आधार के रुप में अपनाएगी. उसने कहा कि कांग्रेस के 60 साल के शासन में मुसलमानों के साथ जो नाइंसाफी हुई है उसे हम इंसाफ में बदलेंगे. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 12, 2014 5:30 PM

नयी दिल्ली: सच्चर समिति की सिफारिशों का विरोध करने वाली भाजपा ने आज कहा कि सत्ता में आने पर वह मुसलमानों के उत्थान के लिए इसके आंकड़ों को आधार के रुप में अपनाएगी. उसने कहा कि कांग्रेस के 60 साल के शासन में मुसलमानों के साथ जो नाइंसाफी हुई है उसे हम इंसाफ में बदलेंगे.

पार्टी के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने यहां कहा, ‘‘हम सच्चर समिति के आंकड़ों को पहले भी मानते आए हैं. (पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार) नरेन्द्र मोदी सहित भाजपा नेता कांग्रेस के 60 साल के शासन में मुसलमानों की स्थिति के बारे में उसे (कांग्रेस) आईना दिखाने के लिए इसके आंकड़ों का उल्लेख करते रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘सच्चर समिति के आंकड़े हमारे लिए भी आंख खोल देने वाले हैं कि 60 साल के शासन में कांग्रेस ने मुसलमानों का क्या हाल किया है.’’ उनसे सवाल किया गया था कि आगामी लोकसभा चुनाव में सत्ता में आने पर मुसलमानों की स्थिति बेहतर बनाने के लिए भाजपा क्या सच्चर समिति को आधार के रुप में मानेगी. उन्होंने कहा कि सच्चर समिति कांग्रेस नीत सरकार ने बनाई थी लेकिन यह उसी का आईना है कि उसके लंबे शासन में देश में मुसलमानों की क्या हालत हो गई है.

भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कांग्रेस के 60 साल के शासन में मुसलमानों के साथ जो नाइंसाफी हुई है उसे हम (सत्ता में आने पर) इंसाफ में बदलेंगे.’’ पसमांदा मुसलमानों को आरक्षण देने की सच्चर समिति की सिफारिश के सवाल पर शाहनवाज ने कहा, भाजपा की सरकार पंडित दीन दयाल उपाध्याय के ‘‘अंत्योदय’’ दर्शन का पालन करते हुए अंतिम पंक्ति में रह गए हर व्यक्ति को अग्रिम पंक्ति में लाने का बीड़ा उठाएगी जिनमें मुसलमान भी आते हैं.

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