अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर ने उठाये सवाल, कहा – समाज में झूठ फैला रहा है मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड
नयी दिल्ली : तीन तलाक और मुस्लिम पर्सनल लॉ पर पूरे देश में छिड़ी बहस के बीच अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय (एएमयू) के विधि विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो मोहम्मद शब्बीर ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर कई सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने बोर्ड पर समाज में झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा […]
नयी दिल्ली : तीन तलाक और मुस्लिम पर्सनल लॉ पर पूरे देश में छिड़ी बहस के बीच अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय (एएमयू) के विधि विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो मोहम्मद शब्बीर ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर कई सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने बोर्ड पर समाज में झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बोर्ड तीन तलाक के झूठ के सहारे मुस्लिम महिलाओं पर हो रहे अत्याचार का बचाव कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि वह मुस्लिम महिलाओं पर होने वाले अत्याचार को जारी रखने के ख्याल से ऐसा कर रहा है. दरअसल, सोमवार को वह सुप्रीम कोर्ट के नजदीक स्थित आईएसआईएल कृष्णा मेनन भवन में तीन तलाक पर आयोजित सम्मेलन में लोगों को संबोधित कर रहे थे.
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एएमयू के पूर्व प्रोफेसर और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पूर्व सदस्य शब्बीर ने कहा कि बोर्ड समाज में कोई अच्छा संदेश नहीं दे सकता है. इसका प्रमुख कारण यह है कि उसके पास तर्क के नाम पर झूठ के अलावा कुछ बाकी बचा ही नहीं है. सम्मेलन में राममंदिर निर्माण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सीमा पर भी चर्चा की गयी. वक्ताओं ने एक सुर में सहमति से मंदिर निर्माण पर जोर दिया. साथ ही, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की आलोचना की.
इस सम्मेलन में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज एमवाई इकबाल ने कहा कि तीन तलाक के नाम पर मुस्लिम महिलाओं का शोषण हो रहा है. तलाक के इस्तेमाल से महिलाओं के साथ उनके बच्चों के भविष्य को अंधेरे में डाल दिया जाता है. अधिकांश मामलों में गुजारे भत्ते और संपत्ति में उन्हें उनका हक नहीं मिलता. यह मुस्लिम महिलाओं की दयनीय हालत के लिए जिम्मेदार है.