सुकमा नक्सली हमला: हिडमा की बटालियन में दो कंपनी है जिसका नेतृत्व करते हैं सीटू और नागेश

नयी दिल्ली : छत्तीसगढ़ के सुकमा में सीआरपीएफ जवानों पर हमला करने के पीछे भाकपा माओवादी के कमांडर हिडमा का हाथ बताया जा रहा है. खुफिया सूत्रों ने जो जानकारी जुटायी है, उसके मुताबिक हिडमा ने ही इस साजिश को रचा और 300 नक्सलियों के साथ मिलकर हमले को अंजाम दिया. सुकमा में जंगरगुंडा इलाके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 26, 2017 2:30 PM

नयी दिल्ली : छत्तीसगढ़ के सुकमा में सीआरपीएफ जवानों पर हमला करने के पीछे भाकपा माओवादी के कमांडर हिडमा का हाथ बताया जा रहा है. खुफिया सूत्रों ने जो जानकारी जुटायी है, उसके मुताबिक हिडमा ने ही इस साजिश को रचा और 300 नक्सलियों के साथ मिलकर हमले को अंजाम दिया. सुकमा में जंगरगुंडा इलाके के पलोडी गांव का रहने वाले हिडमा की उम्र 25 साल है. पुलिस ने उस पर 25 लाख रुपये का इनाम रखा हुआ है.

संगठन में उसकी जिम्मेवारी दक्षिणी बस्तर के सुकमा-बीजापुर क्षेत्र की है. गुरिल्ला हमले में हिडमा पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी के सेकंड बटालियन का कमांडर है. जिस इलाके में यह खूनी संघर्ष हुआ, वह माओवादी कमांडर रघु के नेतृत्व वाले दक्षिण बस्तर मंडल समिति और अन्य नक्सल नेता पापा राव के नेतृत्व वाली जगरगुंडा क्षेत्र समिति का प्रभाव है. हिडमा की बटालियन में दो कंपनी है जिसका नेतृत्व सीटू और नागेश करते हैं.

सुकमा में नक्सलियों के हमले में मारे गये सीआरपीएफ के 25 जवान उस समय दोपहर का भोजन कर रहे थे, जब उन पर गोलियों और ग्रेनेड से ताबड़तोड़ हमले किये गये. अधिकारियों ने बताया कि कुल 99 जवानों के दल में से 36 जवान पहले हमले की चपेट में आये. ये जवान चिंतागुफा तक जोड़ने वाली 5.5 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण कार्य को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए बुरकापाल से लौटे थे.

माओवादी ‘स्थानीय लोगों की मदद से बहुत सावधानीपूर्वक’ जवानों की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे, तभी तीन में से एक दल के 36 जवान दोपहर के भोजन के लिए बैठे और आधुनिक हथियारों से लैस नक्सलियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी. मारे गये 25 जवानों और छह अन्य घायलों के अलावा ड्यूटी पर मौजूद अन्य जवानों ने हमले का प्रभावशाली तरीके से जवाब दिया.

मुझे अपने बेटे पर गर्व : मां

बुलंदशहर के शेर मुहम्मद हमले में घायल हो गये थे और उनका एक अस्पताल में इलाज चल रहा है. उनकी मां ने कहा, ‘मेरे बेटे ने पांच नक्सलियों को मार गिराया और जख्मी हो गया. अब, वह अस्पताल में है. मुझे अपने बेटे पर गर्व है. उसने बहादुरी का काम किया है. उसके जल्दी ठीक होने के लिए मैं अल्ला से दुआ कर रही हूं. गांव का हर आदमी उसके लिए दुआ मांग रहा है.’

हथियार भी लूट ले गये नक्सली

नक्सलियों ने 13 एके राइफल और पांच आइएनएसएएस राइफल, विभिन्न राइफलों की 3,420 गोलियां, एके राइफलों की 75 मैगजीन, 31 आइएनएसएएस, 67 यूबीजीएल गोलियां, 22 बुलेट प्रूफ जैकेट, दो दूरबीन, पांच वायरलेस सेट और एक डीप सर्च मेटल डिटेक्टर समेत 22 स्मार्ट हथियार भी लूट लिये.

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