नक्सलियों ने बतायी सुकमा हमले की वजह, कहा- लाल सलाम… जवानों के शवों के साथ हमने नहीं की बर्बरता
रायपुर : छत्तीसगढ़ के सुकमा हमले के बाद गुरुवार को माओवादियों की ओर से एक ऑडियो क्लिप के माध्यम से बयान जारी किया गया. इस क्लिप में माओवादियों के प्रवक्ता ने कहा है कि नक्सलियों ने यह हमला सुरक्षा बलों की ओर से की जा रही कार्रवाई के विरोध में किया गया है. आपको बता […]
रायपुर : छत्तीसगढ़ के सुकमा हमले के बाद गुरुवार को माओवादियों की ओर से एक ऑडियो क्लिप के माध्यम से बयान जारी किया गया. इस क्लिप में माओवादियों के प्रवक्ता ने कहा है कि नक्सलियों ने यह हमला सुरक्षा बलों की ओर से की जा रही कार्रवाई के विरोध में किया गया है. आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 26 जवान शहीद हो गये थे. खबर आयी थी कि जवानों के गुप्तांग भी काट लिये गये. इस ऑडियो क्लिप में नक्सलियों ने इस खबर का खंडन करते हुए कहा, यह कॉरपरेट मीडिया का दुष्प्रचार है. हम किसी के भी शरीर के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं करते हैं. यह झूठा प्रचार किया जा रहा है.
दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी ( भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी, माओवादी) के प्रवक्ता ने इस संबंध में 18 मिनट से ज्यादा लंबा एक ऑडियो जारी किया है. नक्सलियों ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि हम हिंसावादी नहीं हैं. अपने लोगों की रक्षा और कॉरपरेट घरानों द्वारा खनिज संपदाओं की लूट को रोकने के लिए इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है. प्रवक्ता ने दुर्व्यवहार की खबर से इनकार करते हुए उल्टा आरोप लगाया कि उनके साथी जो शहीद होते हैं उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है. उनके शव को परिवार वालों को सौंपने में देरी होती है तबतक शरीर सड़ जाता है. शहीद महिला कॉमरेड की गंदी तसवीरें निकाली जाती हैं और उसे वायरल किया जाता है.
सुकमा की घटना उन हमलों का जवाब है जिसमें उनके कई साथी मारे गये. ऑडियो में आम जनता को भी धन्यवाद दिया गया है. ऑडियो में प्रवक्ता ने कहा, इस हमले को अंजाम देने वाले कॉमरेड, कमांडर और आम जनता जिनके कारण यह संभव हो सका, उन्हें लाल सलाम. उन्होंने कहा, आम जनता को सुविधा पहुंचाने के नाम पर जंगल में लूट और आदिवासियों को वहां से भगाने की साजिश रची जा रही है. ध्यान रहे, सुकमा में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों के गुप्तांग काटने की खबर मीडिया में खूब चली थी. खबर थी कि जवानों को मारने के बाद नक्सलियों ने छह जवानों के गुप्तांग काटे थे.