नयी दिल्ली : भारतीय भाषाओं के इंटरनेट यूजर्स के लिए खुशखबरी. वर्ष 2021 तक इंटरनेट पर भारतीय भाषाओं का राज होगा. हिंदी, बांग्ला, मराठी, तमिल और तेलुगु भाषा के यूजर्स तेजी से बढ़ेंगे और अंगरेजी के दबदबे को खत्म कर देंगे. गूगल और केपीएमजी की एक संयुक्त रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया गया है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि वर्ष 2021 तक इंटरनेट पर तकरीबन 536 मिलियन (53.6 करोड़) यूजर्स भारतीय भाषाओं के होंगे, जो कि कुल इंगलिश यूजर्स 199 मिलियन(1.99करोड़) के 2.5 गुना ज्यादा होगा. रिपोर्ट के अनुसार, भारत के कुल इंटरनेट यूजर्स में से 75 प्रतिशत यूजर्स भारतीय भाषाओं के होंगे.
माना जाता है कि भारतीय भाषाओं के अधिकांश यूजर्स मोबाइल से इंटरनेट का उपयोग करतेहैं. वहीं, भारत के इंटरनेट यूजर्स में से 78 प्रतिशत मोबाइल पर इंटरनेट का उपयोग करतेहैं. पांच सालों में भारतीय भाषाओं के यूजर्स की संख्या में 450 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
वर्ष 2011 में इंटरनेट यूजर्स की संख्या 42 मिलियन(4.2करोड़) थी,जो अब 234 मिलियन (23.4 करोड़) हो गयीहै. वर्ष 2021 तक इसके 536 मिलियन (53.6 करोड़) तक पहुंचने की उम्मीद की जा रही है.
इसी तेजी को देखते हुए आगामीचार साल में भारतीय भाषाओं के कुल इंटरनेट यूजर्स में सेएक तिहाई सिर्फ हिंदी में इंटरनेट यूज कर रहे होंगे. बाकी रिपोर्ट्स के अनुसार, 201 मिलियन (20.1 करोड़) हिंदी के यूजर्स, 51 मिलियन (5.1 करोड़) मराठी के और 42 मिलियन (4.2 करोड़) बांग्ला भाषा के यूजर होंगे.
भारत के गांवों में इंटरनेट के यूजर अधिक
इंटरनेट यूजर्स के मामले में भारत के गांव बहुत आगे हैं. गांव का हर यूजर एक सप्ताह में 530 मिनट इंटरनेट पर खर्च करता है. वहीं, शहरी यूजर की बात करें, तो वह सप्ताह में 487 मिनट ही इंटरनेट पर बिताता है.
डिजिटल न्यूज का बढ़ रहा है असर
भारत में डिजिटल न्यूज का असर भी तेजी से बढ़ रहा है. वर्ष 2016 में लगभग 10.6 करोड़ डिजिटल न्यूज पढ़ते थे. अनुमान है कि वर्ष 2021 में यह संख्या 28.4 करोड़ तक पहुंच जायेगी.
डिजिटल न्यूज ने सोशल मीडिया को पछाड़ा
रिपोर्ट बताता है कि ग्रोथ के मामले में डिजिटल न्यूज यूजर्स ने सोशल मीडिया को पीछे छोड़ दिया. वर्ष 2016 में सोशल मीडिया के 11.5 करोड़ यूजर्स थे, जिसके 2021 तक 39.1 करोड़ पहुंचने का अनुमान है, जो 21 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है. वहीं, डिजिटल न्यूज यूजर्स 22 फीसदी की दर से बढ़ रहे हैं.