भाजपा का मिशन-2019 : अमित शाह जम्मू पहुंचे, 95 दिन तक देश भर में घूमेंगे, टटोलेंगे वोटर की नब्ज

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे विश्वस्त सिपहसालारऔररणनीतिकार भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह अभी से मोदी के मिशन-2019 को पूरा करने में जुट गये हैं. उन्होंने आम चुनावों का मास्टर प्लान बना कर उस पर काम करना शुरू कर दिया है. उन्होंने संगठन में फेरबदल के भी संकेतदिये, क्योंकि कई पदाधिकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 29, 2017 11:03 AM

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे विश्वस्त सिपहसालारऔररणनीतिकार भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह अभी से मोदी के मिशन-2019 को पूरा करने में जुट गये हैं. उन्होंने आम चुनावों का मास्टर प्लान बना कर उस पर काम करना शुरू कर दिया है. उन्होंने संगठन में फेरबदल के भी संकेतदिये, क्योंकि कई पदाधिकारी उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री बन चुके हैं.

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भारतीय जनता पार्टी को हर राज्य में मजबूत बनाने और वर्ष 2014 के आम चुनाव में जिन क्षेत्रों में पार्टी का प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा था, उन क्षेत्रों में जनाधार मजबूत करने के उद्देश्य से अमित शाह 95 दिन के देश भ्रमण पर निकल चुके हैं. पहले पड़ाव पर वह शनिवार को जम्मू पहुंचे. यहां एयरपोर्ट पर कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. खबर है कि यहां वह अपनी सहयोगी पार्टी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के किसी भी नेता से मुलाकात नहीं करेंगे.

अपनी योजना के तहत शाह हर लोकसभा क्षेत्र में कम से कम 15 दिन बितायेंगे और बूथ स्तर की तैयारियों का जायजा लेंगे. कार्यकर्ताओं से परामर्श करेंगे. हर लोकसभा सीट पर पार्टीएक फुलटाइमर को नियुक्त करेगी, जो 2019 के आम चुनावों में मतों की गिनती तक लगातार पार्टी का काम संभालेंगे. इनकी मदद के लिए कुछ सुपरवाइजर्स भी नियुक्त किये जायेंगे.

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सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने 3.50 लाख कार्यकर्ताओं में से 600 फुलटाइमर चुने हैं. इनमें से 543 को एक-एक लोकसभा सीट की जिम्मेवारी दी जायेगी, जबकि शेष को उन क्षेत्रों में तैनात किया जायेगा, जहां पार्टी की स्थिति कमजोर है. पार्टी की दीनदयाल विस्तारक योजना के तहत 4,000 ऐसे कार्यकर्ता हैं,जिन्होंनेछह महीनेकावक्त पार्टी को देना तयकियाहै.

पूरी प्रक्रिया की निगरानी खुद अमित शाह करेंगे. पांच राज्यों (गुजरात, ओड़िशा, तेलंगाना, लक्षद्वीप और पश्चिम बंगाल) में बूथ स्तर मैनेजमेंट का कामवहखुद देखेंगे. यहां शाह 15 दिन रहेंगे और बूथ स्तर की तैयारी का जायजा लेंगे. शाह देशव्यापी दौरा भी करेंगे और संगठन स्तर पर पार्टी की तैयारी देखेंगे.

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उत्तर प्रदेश में भाजपा को मिली ऐतिहासिक जीत के बाद शाहके इस दौरे को बेहद अहम माना जा रहा है. पार्टी से जुड़े एक सूत्र ने कहा, ‘यात्रा के दौरानशाह उन 120 लोकसभा क्षेत्रों की पहचान कर वहां के लिए विशेष रणनीतिबनायेंगे, जहां पार्टी फोकस करना चाहती है. ये 120 क्षेत्र पारंपरिक तौर पर भाजपा के मजबूत माने जानेवाले गढ़ नहीं हैं, लेकिन पार्टी इन क्षेत्रों में संभावनाएं तलाश रही हैं.’

सरकार की तीन साल की उपलब्धियां गिनाने की तैयारी
केंद्र में मोदी सरकार को तीन साल पूरे होनेवाले हैं. इस मौके पर बीजेपी अपनी सरकार की उपलब्धियां बताने के लिए तैयारियों में जुटगयी है, ताकि जनता में सरकार की लोकप्रियता और बढ़े. इस बीच, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह शनिवार से 95 दिनों के लिए पूरे भारत के दौरे पर निकल गये. सबसे पहले वह जम्मू-कश्मीर पहुंचे.

राज्यों को तीन श्रेणी में बांटा

शाह के धुआंधार कार्यक्रम के लिए राज्यों को चुनावी महत्व के हिसाब से तीन श्रेणियों में बांटा गया है. 1. जहां बीजेपी की सरकार है, 2. जहां एनडीए की सरकार है, और 3. जहां विपक्ष की सरकार है. साथ ही राज्यों के आकार को भी ध्यान में रखा गया है. बहुत बड़े राज्य, बड़े राज्य और छोटे राज्य. इसी आधार पर फैसला होगा कि शाह कहां कितना समय देंगे. बहुत बड़े राज्यों में वे दो-तीन दिन, जबकि छोटे राज्यों में एक दिन बिता सकते हैं. हालांकि, तीन महीने में उनका हर राज्य का दौरा करने का इरादा है.

त्रिपुरा को छोड़ कहीं रैली नहीं करेंगे शाह
अपने दौरे में अमित शाह राज्य के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिल कर उनका फीडबैक लेंगे.उनमें ये भावना पैदा करेंगे कि पार्टी नेतृत्व संगठन में हर स्तर पर सबको साथ लेकर चलना चाहता है. वह कुछ ऐसे लोगोंसे भी मिलेंगे, जो पदाधिकारी नहीं हैं, लेकिन जमीनी हालात पर अच्छी पकड़ रखते हैं. हालांकि, पूरे 95 दिन में त्रिपुरा को छोड़ कर वह एक भी रैली नहीं करेंगे. त्रिपुरा में चुनाव होने की वजह से वह कुछ रैलियां वहां जरूर करेंगे.

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