Loading election data...

डेढ़ साल पहले तीर्थयात्रा के लिए भारत आए 98 हिन्दू लौटे पाकिस्तान, लॉकडाउन के कारण नहीं जा पाए थे वापस

Pakistani Hindus Pilgrimage पाकिस्तान से डेढ़ साल पहले भारत आए 98 नागरिकों को अटारी-वाघा बॉर्डर से वापस भेजा दिया गया है. कोरोना के कारण ये सभी पाकिस्तानी नागरिक भारत में फंस गए थे और कोविड प्रतिबंधों के चलते वापस नहीं लौट पाए थे. इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 5, 2021 9:10 PM

Pakistani Hindus Pilgrimage पाकिस्तान से डेढ़ साल पहले भारत आए 98 नागरिकों को अटारी-वाघा बॉर्डर से वापस भेजा दिया गया है. कोरोना के कारण ये सभी पाकिस्तानी नागरिक भारत में फंस गए थे और कोविड प्रतिबंधों के चलते वापस नहीं लौट पाए थे. इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण पाल सिंह ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हिन्दू समुदाय (Pakistani Hindus) का जत्था 1.5 साल पहले पाकिस्तान से तीर्थ यात्रा के लिए आया था, लॉकडाउन (COVID Lockdown) के दौरान ये लोग यहां फंस गए थे.

वहीं, पाकिस्तान के रहने वाले वजीर ने बताया कि हम हरिद्वार आये थे. लेकिन, कोरोना (Corona Crisis) के चलते नहीं जा पाए. हम जोधपुर में रुके हुए थे. वजीर ने कहा, हम भारत सरकार का धन्यवाद करते हैं जिसने हमारा कोविड टेस्ट (COVID Test) कराया. बता दें कि जितने लोग भी वापस गए हैं उन सभी का आरटी-पीसीआर टेस्ट (RT-PCR Test) कराया गया. इन्हें 3 सितम्बर को ही अटारी-वाघा बॉर्डर (Attari Wagah Border) से होते हुए वापस होना था, लेकिन कोविड टेस्ट नहीं होने के कारण नहीं जा पाए थे.

ज्वाइंट चेक पोस्ट अटारी पर तैनात पंजाब पुलिस के प्रोटोकाल अधिकारी अरुण पाल ने बताया कि पाकिस्तानी हिंदू जत्थे के 190 सदस्य रविवार की सुबह अटारी सीमा पर पहुंच गए थे. इन लोगों के हाथों में अपने पासपोर्ट के साथ-साथ अपनी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट भी थी. इस जत्थे के साथ जोधपुर से अगस्त माह में अटारी पहुंचने पर वापस लौटाया गया एक पाकिस्तानी नागारिक भी अपनी पत्नी, नवजन्मी बच्ची और अन्य बच्चों के साथ वतन लौट गया. उन्होंने बताया कि इनका अटारी सीमा पर मेडिकल किया गया और इमीग्रेशन और कस्टम चेक के बाद पाकिस्तान जाने की इजाजत दी गई.

Also Read: अफगानिस्तान: पंजशीर फोर्स का दावा, सैकड़ों तालिबानी लड़ाकों को कब्जे में लिया गया

Next Article

Exit mobile version