नयी दिल्ली : वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने घाटी में हिंसा और बढ़ती आतंकवादी घटनाओं के लिए पीडीपी-बीजेपी गंठबंधन को जिम्मेदार ठहराया है. आजाद ने कहा है कि इस गंठबंधन की कीमत कश्मीर के लोग चुका रहे हैं. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की यह गंठबंधन सरकार ज्यादा दिनों तक टिकेगी नहीं.
कांग्रेस नेता ने सीमा पर दो जवानों के शव के साथ हुई बर्बरता और सीमापार से लगातार हो रहे संघर्षविराम की निंदा की. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के कृष्णा घाटी सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से जो कुछ भी हुआ है, वह इसलामाबाद की सेना की बर्बरता को उजागर करता है.
आजाद ने कहा कि घाटी में जो कुछ भी हो रहा है, वह भारत और भारत की सुरक्षा के लिए चिंताजनक है. उन्होंने आगे कहा कि पड़ोसी देश से खराब संबंधों के बावजूद अब तक सरकार की ओर से किसी ने यह नहीं कहा है कि पाकिस्तान से बातचीत नहीं होगी.
गुलाम नबी ने कहा कि यह राज्य और देश दोनों के लिए दुखद समय है. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि सरकार स्थिति से निबटने में सक्षम नहीं है. पाकिस्तान और उसकी सेना की आप चाहें जितनी निंदा कर लें, उनको कोई फर्क नहीं पड़ता. वे समझनेवाले नहीं हैं.’
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आजाद ने कहा कि हमारी सरकार में अंदरूनी फूट का लाभ आतंकवादी उठा रहे हैं. पाकिस्तान के सैनिक भारत की सीमा में घुस कर हमारे जवानों के शवों के साथ बर्बरता करते हैं और हमारे आरोपों को खारिज भी कर देते हैं.
कांग्रेस ने हल किये थे पंजाब, मिजोरम और असम के मुद्दे
आजाद ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने पंजाब, मिजोरम और असम के पेचीदा मामलों को हल किया था. कश्मीर का मुद्दा ज्यादा अहम है. इसलिए सरकार को बातचीत के लिए आगे आना चाहिए. यदि ऐसा नहीं हुआ, तो देश को इसके दुष्परिणाम भुगतने होंगे.