जम्मू कश्मीर में बैंकों, कैशवैन और एटीएम में लूट के मामले चार गुना बढ़े
नयी दिल्ली : जम्मू कश्मीर में बैंकों, कैश वैन एवं एटीएम की लूट के मामलों में पिछले कुछ समय में करीब चार गुना वृद्धि हुई है. यह तथ्य संसद के बजट सत्र के दौरान पेश वित्त मंत्रालय के आंकड़ों में सामने आया है. संसद में पेश वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले वर्ष जुलाई […]
नयी दिल्ली : जम्मू कश्मीर में बैंकों, कैश वैन एवं एटीएम की लूट के मामलों में पिछले कुछ समय में करीब चार गुना वृद्धि हुई है. यह तथ्य संसद के बजट सत्र के दौरान पेश वित्त मंत्रालय के आंकड़ों में सामने आया है. संसद में पेश वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले वर्ष जुलाई से सितंबर माह तक जम्मू कश्मीर में बैंकों, कैश वैन और एटीएम की लूट के चार मामलों में 19.55 लाख रुपये लूटे गये जबकि अक्तूबर से दिसंबर 2016 तक लूट के मामले बढकर 15 हो गये और इस दौरान 1.48 करोड रुपये की लूट हुई.
संसद में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में वित्त मंत्रालय द्वारा पेश आंकड़ों के अनुसार, देश के विभिन्न राज्यों में पिछले वर्ष जुलाई से सितंबर माह तक बैंकों, कैश वैन और एटीएम की लूट के 245 मामलों में 11.68 करोड़ रुपये की लूट हुई. जबकि अक्तूबर से दिसंबर 2016 में बैंकों, कैश वैन और एटीएम की लूट के 271 मामले दर्ज किये गये, जिसमें 12.85 करोड रुपये की लूट हुई.
ये आंकडे ऐसे में महत्वपूर्ण हैं जब आतंकवादियों ने बुधवार को दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले में दो घंटे के भीतर दो बैंकों में लूटपाट की. आतंकवादियों द्वारा बैंकों को लूटे जाने की घटनाओं में वृद्धि के बीच जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने लोगों से आग्रह किया कि मासूम लोगों का खून बहाकर सार्वजनिक धन की लूट के ‘खतरनाक चलन’ के खिलाफ वे खड़े हों.
आतंकवादियों ने पिछले तीन दिनों में चार बार बैंक संपत्ति को निशाना बनाया है. मंगलवार को अज्ञात बंदूकधारियों ने इलाकाई देहाती बैंक की यारीपुरा शाखा से 65,000 रुपये लूट लिये थे. एक मई को, आतंकवादियों ने कुलगाम जिले में जम्मू कश्मीर बैंक की एक कैश वैन पर हमला किया था जिसमें पांच पुलिसकर्मियों और बैंक के दो कर्मियों की मौत हो गयी थी. आतंकवादियों ने मृत पुलिसकर्मियों की चार राइफलें भी लूट ली थीं.
आंध्रप्रदेश, उड़ीसा, पंजाब, राजस्थान जैसे राज्यों में अक्तूबर से दिसंबर के दौरान बैंकों, कैशवैन, एटीएम में लूट की घटनाओं में गिरावट दर्ज की गयी. वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, बिहार में पिछले वर्ष जुलाई से सितंबर माह तक बैंकों, कैश वैन और एटीएम की लूट के 25 मामले सामने आये और अक्तूबर से दिसंबर 2016 तक ऐसे मामले बढ़कर 39 हो गये.
छत्तीसगढ़ में इस अवधि में बैंकों में लूट के 2 मामलों थे जो अक्तूबर से दिसंबर 2016 के दौरान बढ़कर तीन हो गये. वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, हरियाणा में जुलाई से सितंबर माह के बीच कैश वैन और एटीएम की लूट के 13 मामले थे जो अक्तूबर से दिसंबर 2016 के दौरान बढ़कर 30 हो गये. झारखंड में जुलाई से सितंबर माह के बीच बैंकों में लूट के 7 मामले थे जो अक्तूबर से दिसंबर 2016 के दौरान ऐसे मामले बढकर 11 हो गये.
कर्नाटक में जुलाई से सितंबर माह के बीच बैंकों में लूट के 6 मामले थे जो अक्तूबर से दिसंबर 2016 के दौरान बढ़कर 8 हो गये.