घाटी के ‘शैतानों’ को पत्थर का जवाब पत्थर से देने जा रही है ‘संतों’ की सेना
नयी दिल्ली : सरकार और सेना की तमाम कोशिशों के बावजूद कश्मीर घाटी में सेना और पुलिस पर पत्थरबाजी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. पत्थरबाजों पर पुलिस या सेना कड़ी कार्रवाई करती है, तो अलगाववादियों के साथ-साथ राजनीतिक दल भी सवाल खड़े करने लगते हैं. फलस्वरूप प्रशासन और स्थानीय पुलिस अपने […]
नयी दिल्ली : सरकार और सेना की तमाम कोशिशों के बावजूद कश्मीर घाटी में सेना और पुलिस पर पत्थरबाजी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. पत्थरबाजों पर पुलिस या सेना कड़ी कार्रवाई करती है, तो अलगाववादियों के साथ-साथ राजनीतिक दल भी सवाल खड़े करने लगते हैं. फलस्वरूप प्रशासन और स्थानीय पुलिस अपने हाथ बंधे महसूस कर रही है.
#WATCH Jansena, a group of sadhus in Kanpur, is training men & women to take on stone pelters in Kashmir; they'll leave for J&K on May 7. pic.twitter.com/anzrjOaRQv
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 6, 2017
ऐसे में घाटी के ‘शैतानों’ को जवाब देने के लिए कानपुर से ‘संतों’ का एक दल जम्मू-कश्मीर जा रहा है, जो पत्थरबाजों को उसी की भाषा में मुंहतोड़ जवाब देंगे. कानपुर के धार्मिक संगठन ‘जन सेना’ ने एलान किया है कि सात मई को उनका दल कश्मीर रवाना होगा.
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इस दल में कम से कम 1,300 लोग होंगे. इसमें 1,000 संत हैं. ‘जन सेना’ की ओर से बताया गया है कि कानपुर में इन 1,300 लोगों की पिछले दिनों ट्रेनिंग हुई. इसमें युवाओं के साथ-साथ बड़ी संख्या में महिला और पुरुष शामिल हुए. बताया गया है कि दो बड़ी-बड़ी बसों के अलावा 100 वाहन, एक ट्रक पत्थर, खाने की चीजें और टेंट वगैरह के साथ ये लोग नानाराव पार्क से कश्मीर के लिए रवाना होंगे.
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इसदल में कानपुर शहर के हर वार्ड से कम से कम 10-10 ऐसे चुनिंदा पत्थरबाज हैं, जिनका निशाना अचूक है. ट्रेनिंग में उन युवाओं को शामिल किया गया, जिनमें अपने देश के लिए मर-मिटने का जज्बा है. संस्था ने कश्मीर जाने की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. जिला प्रशासन के माध्यम से पत्र भेज कर प्रधानमंत्री से घाटी कूच करने की अनुमति भी मांगी. लेकिन, प्रधानमंत्री कार्यालय से अभी तक पत्र का जबाव नहीं आया है.
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बहरहाल, गंगा किनारे सिद्धनाथ घाट पर शुक्रवार को ‘जन सेना’ के संस्थापक चैतन्य पुरीजी महाराज ने लोगों को ट्रेनिंग दी. महाराज ने कहा, ‘हम उन पत्थरबाजों को सबक सिखाने के लिए लोगों को ट्रेनिंग दे रहे हैं, जो भारत की एकता को तोड़ने का मंसूबा रखते हैं. हम हजारों की संख्या मेंसात मई को कश्मीर के लिए रवाना होंगे.’
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चैतन्य पुरीजी महाराज ने कहाकि कश्मीर में हालात सामान्य करना है,तो ईंट का जवाब पत्थर से देना होगा. और इसलिए ‘जन सेना’ ने घाटी कूच करने का निर्णय लिया है. उन्होंने बताया कि पत्थरबाजों को ईंट का जवाब पत्थर से तो देंगे ही, कश्मीर के लाल चौक पर ‘विजय युद्ध’ का महायज्ञ भी करेंगे. इस महायज्ञ में देश भर के महंत आहूति देंगे.
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इस ग्रुप का एक ट्रेनिंग वीडियो भी सामने आया है, जिसमें लोग कानपुर में गंगा किनारे पुतलों पर पत्थर फेंकते और वंदेमातरम्, इंकलाब जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगारहेहैं.