नयी दिल्ली : भारत ने पाकिस्तान को चेताया कि यदि जाधव की नियोजित हत्या की गयी, तो द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान होगा और उसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. अपनी अर्जी में भारत ने आइसीजे को बताया है कि उसे एक प्रेस विज्ञप्ति से जाधव की मौत की सजा के बारे में पता चला है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि जाधव को अवैध रूप से पाकिस्तान ने हिरासत में रखा है. वहां उनका जीवन खतरे में है. उन्होंने कहा कि भारत ने उच्चायोग संपर्क के लिए 16 बार अनुरोध किया, लेकिन पाकिस्तान इसे इनकार कर दिया. मालूम हो कि आइसीजे ने मंगलवार को जाधव को पाकिस्तान द्वारा सुनायी गयी फांसी की सजा पर रोक लगा दी है.
भारत ने पाकिस्तानी सैन्य अदालत के इस फैसले के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अदालत में आठ मई को अपील की थी. भारत ने आइसीजे में अपनी अपील में आरोप लगाया कि पाकिस्तान ने राजनयिक संबंधों पर विएना संधि का ‘घोर’ उल्लंघन किया है. जाधव का ईरान से अपहरण किया गया था, जहां वह व्यापार कर रहा था.
आइसीजे के फैसले पर पाक अड़ा, कहा- उचित जवाब देंगे
इसलामाबाद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की मौत की सजा पर अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (आइसीजे) द्वारा रोक लगाने के फैसले पर पाकिस्तान अड़ गया है. पाकिस्तानी सेना ने बुधवार को कहा कि जाधव की सजा को लेकर आइसीजे के किसी भी सवाल का उचित जवाब दिया जायेगा. पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने जाधव को कथित जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनायी है. सेना के प्रवक्ता जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि जाधव को ‘कानून की उचित प्रक्रिया’ के बाद सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनायी है. अगर आइसीजे जाधव के बारे में कोई आग्रह करता है, तो सरकार उचित जवाब देगी. सेना की ओर से यह बयान सेना प्रमुख जनरल बाजवा की प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात के बाद आया है. इससे पहले, विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि पाकिस्तान जाधव की मौत की सजा पर रोक लगाने के संदर्भ में आइसीजे के अधिकार क्षेत्र का विश्लेषण कर रहा है.
ध्यान भटका रहा भारत
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने आरोप लगाया कि आइसीजे में भारत की अपील पाकिस्तान में उसके राज्य प्रायोजित आंतकवाद से ध्यान हटाने की कोशिश है. कुलभूषण को राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ अपराधों में दोषी ठहराया गया.’
पाक को जवाब देगा भारत
हेग स्थित आइसीजे में जाधव के मामले में भारत का पक्ष रख रहे वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने कहा कि आइसीजे में इस मामले की अगली सुनवाई 15 मई को हो सकती है. साल्वे ने कहा कि आइसीजे के फैसले पर पाकिस्तान कोई कानूनी मुद्दा उठायेगा, तो भारत जवाब देगा. उन्होंने कहा कि अस्थाई राहत के लिए हम आइसीजे में गये. हमें वहां उपस्थित रहना होगा. कोर्ट को सूचित किया है कि हम हमेशा उपलब्ध हैं.