कश्मीर : सुरक्षा एजेंसियों ने लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या को अंजाम देनेवाले छह आतंकियों की पहचान करने का दावा किया है. उनका दावा है कि इस हत्या के बाद कश्मीर में स्थानीय आबादी के बीच हमारे लिए समर्थन बढ़ा है. हत्या के पीछे हिज्बुल मुजाहिदीन का हाथ होने का शक है. मुमकिन है कि हत्या में हाल में सुरक्षा बलों से लूटे गये हथियारों का इस्तेमाल किया गया हो. फयाज के शरीर पर दो गोलियों के जख्म हैं.
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सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि हत्या करने में जिन छह आतंकवादियों का हाथ सामने आया है, उन्हें जल्दी ही पकड़ लिए जाने की उम्मीद है. कश्मीर के हालात पर लगातार नजर रख रहे एक अफसर ने बताया कि उमर की हत्या ने कश्मीरी समाज को झकझोर दिया है. स्थानीय लोग हमारे साथ आ रहे हैं, जिसके कारण हमें सफलता मिलेगी.
गौर हो कि जम्मू-कश्मीर के 2, राजपूताना रायफल्स में तैनात सेना के लेफ्टिनेंट उमर फयाज का गोलियों से छलनी शव पिछले दिनों मिला जिसके बाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया. घटना के बाद लोगों में गुस्सा है. वहीं, सेना ने बहादुर जवान को सलाम करते हुए कहा कि चुन-चुन कर अपने साथी की शहादत का बदला लेंगे. दिसंबर में सेना (डॉक्टर के रूप में)में शामिल होने के बाद लेफ्टिनेंट उमर फयाज ने पहली बार छुट्टी ली थी.
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फैयाज दक्षिण कश्मीर के शोपियां में अपने मामा की लड़की की शादी समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे. इसी दौरान नकाब पहने नौ नकाबपोश समारोह वाले घर में घुसे. सिविल ड्रेस में मौजूद फयाज को अपने साथ चलने को कहा. परिजनों को पुलिस को सूचना नहीं देने की चेतावनी दी. अपहरण के एक दिन बाद गोलियों से छलनी उनका शव हरमैन इलाके में उनके घर से करीब तीन किलोमीटर दूर मिला.