औरंगाबाद : महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में किसानों की आत्महत्या का सिलसिला थम ही नहीं रहा है. मराठवाड़ा के आठ जिलों में पिछले चार महीने में 303 किसानों ने आत्महत्या कर ली.
मंडल आयुक्तालय से मिली जानकारी के अनुसार, एक जनवरी से प्रतिदिन औसतन दो किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर हैं. इस वर्ष अभी तक यह आंकड़ा 303 तक पहुंच गया है.
VIDEO : जब नाचते-नाचते मर गया दूल्हा, देखें लाइव वीडियो
किसानों की आत्महत्या की वजह कृषि उत्पादन का उचित मूल्य नहीं मिलना और प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसल की बरबादी तथा कर्ज का बोझ बताया जा रहा है.
ज्ञात हो कि आत्महत्या करनेवाले 303 किसानों में 148 मामले सहायता राशि पाने के हकदार हैं, जबकि 30 से अधिक मामलों को खारिज कर दिया गया. अन्य मामले अभी भी लंबित हैं.
किस जिले में कितने किसानों ने जान दी
राज्य | आत्महत्या |
बीड | 57 |
नांदेड़ | 53 |
उसमानाबाद | 50 |
औरंगाबाद | 43 |
परभणी | 32 |
जालना | 26 |
लातूर | 22 |
हिंगोली | 20 |
महाराष्ट्र में किस साल कितने लोगों ने की आत्महत्या
वर्ष | आत्महत्या |
2009 | 1,600 |
2010 | 1,740 |
2011 | 1,495 |
2012 | 1,467 |
2013 | 1,298 |
2014 | 1,949 |
2015 | 2,016* |