युवा मतदाताओं के पंजीकरण पर आयोग की योजना के लागू होने की संभावना नहीं
नयी दिल्ली: चुनाव आयोग की वह योजना परवान चढती नहीं लग रही है जिसमें यह सुनिश्चित किया जाना है कि जैसे ही कोई युवा अठ्ठारह साल का हो, वह मतदाता के रुप में पंजीकृत हो जाये, क्योंकि काननू मंत्रलय का मानना है कि इसके लिए संवैधानिक संशोधन की आवश्यकता होगी जो तत्काल संभव नहीं है. […]
नयी दिल्ली: चुनाव आयोग की वह योजना परवान चढती नहीं लग रही है जिसमें यह सुनिश्चित किया जाना है कि जैसे ही कोई युवा अठ्ठारह साल का हो, वह मतदाता के रुप में पंजीकृत हो जाये, क्योंकि काननू मंत्रलय का मानना है कि इसके लिए संवैधानिक संशोधन की आवश्यकता होगी जो तत्काल संभव नहीं है.
चुनाव आयोग ने हाल ही में सरकार से कहा कि मतदाताओं के पंजीकरण के लिए एक जनवरी की जो कटआफ डेट निर्धारित है वह अनेक युवाओं को चुनाव प्रक्रिया में हिस्सेदारी से वंचित करती है. मतदाताओं के पंजीकरण पर आयोग के दिशानिर्देश के मुताबिक किसी खासवर्ष में होने वाले चुनाव के लिए सिर्फ वही व्यक्ति जिसकी उम्र उस वर्ष एक जनवरी को 18 वर्ष पूरी हो गयी हो, मतदाता सूची में शामिल होने के लिए पात्र है.
चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने हाल में कहा कि इसके परिणामस्वरुप अगर कोई व्यक्ति दो जनवरी को 18 साल का हो रहा हो तो वह मतदाता नहीं बन सकता. इसतरह एक जनवरी के बाद 18 साल के होने वाले युवाओं को मतदाता के रुप में पंजीकृत होने के लिए अगले साल तक इंतजार करना पडता है. ऐसे मामले में जब इसके बाद ही चुनाव होने जा रहा हो तो ऐसी स्थिति में उसे और लंबे समय तक इंतजार करना पडेगा.