लालू-चिदंबरम के ठिकानों पर छापे को कांग्रेस ने राष्ट्रपति चुनाव से जोड़ा, कहा – विपक्ष की एकता से घबरा गयी सरकार
नयी दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की तरफ से संयुक्त उम्मीदवार उतारने के लिए बढ़ती एकता से सरकार ‘घबरा गयी है’ और इसलिए पी. चिदंबरम और लालू प्रसाद के आवासों पर एजेंसियां छापेमारी कर रही हैं. यह बात आज कांग्रेस ने कही. कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, ‘‘जब भी विपक्ष एकजुट […]
नयी दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की तरफ से संयुक्त उम्मीदवार उतारने के लिए बढ़ती एकता से सरकार ‘घबरा गयी है’ और इसलिए पी. चिदंबरम और लालू प्रसाद के आवासों पर एजेंसियां छापेमारी कर रही हैं. यह बात आज कांग्रेस ने कही.
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, ‘‘जब भी विपक्ष एकजुट होता है तो सरकार घबरा जाती है.’ उन्होंने भाजपा पर विपक्ष को डराने का प्रयास करने के आरोप लगाया. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और आयकर विभाग ने कथित भ्रष्टाचार और बेनामी संपत्तियों पर कार्रवाई के तहत कल चिदंबरम और राजद के लालू प्रसाद के आवासों और संपत्तियों पर छापेमारी की थी.
तिवारी ने सर्वसम्मति से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और कल की छापेमारी को जोड़ने का प्रयास करते हुए कहा, ‘विपक्षी नेताओं के खिलाफ जो भी कार्रवाई हो रही है वह पूरी तरह से राजनीतिक रूप से प्रेरित है.’ उन्होंने लालू प्रसाद पर हुई छापेमारी की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘यह काफी सरल है. यह विपक्ष को डराने का प्रयास है.’
भाजपा विरोधी गठबंधन को एकजुट करने में लालू प्रसाद पहले अहम भूमिका निभा चुके हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि नरेन्द्र मोदी की सरकार 16 मई को जब तीन वर्ष पूरे करेगी तो उसे भय है कि लोग इसके अधूरे वादों के बारे में सवाल करेंगे. उन्होंने कहा कि लोगों का ध्यान भटकाने के लिए सरकार ने ऐसी कार्रवाई शुरू की है.