नयी दिल्ली : भारतीय सेना की तीन दशक लंबी प्रतीक्षा गुरुवारको उस समय दूर हो गयी, जब दो अल्ट्रा लाइट होवित्जर तोपें अमेरिका से यहां पहुंच गयीं. 1980 के दशक के मध्य में बोफोर्स घोटाले को लेकर छिड़े विवाद के बाद भारतीय सेना में लंबी दूरी की इन तोपों को शामिल करने को लेकर लंबी प्रतीक्षा करनी पड़ी. बीएई सिस्टम्स द्वारा निर्मित 145 एम 777 तोपों को राजस्थान में पोखरन परीक्षण क्षेत्र में परीक्षण के लिए ले जाया जा रहा है. होवित्जर तोपों की अधिकतम मारक क्षमता 30 किमी है.
इनमें से 25 तोपों को तैयार स्थिति में भारत लाया जायेगा, जबकि शेष बीएई महिंद्रा डिफेंस के साथ भागीदारी में भारत में ही कलपुर्जे जोड़ कर तैयार करेगी. 155 एमएम कैलिबर वाली इस तोप को अधिकतर चीन से लगनेवाली सीमा पर तैनात किया जायेगा. भारत एवं अमेरिका ने बोफोर्स विवाद के साये से परे जाते हुए 145 एम 777 तोपों के लिए पिछले साल 30 नवंबर को करीब 5000 करोड़ रुपये के सौदे पर हस्ताक्षर किये थे.