नयी दिल्ली : दिल्ली उच्च न्यायालय ने मानहानि के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के वकील राम जेठमलानी द्वारा जिरह के दौरान केंद्रीय मंत्री जेटली के खिलाफ की गयी टिप्पणी को गुरुवारको अपमानजनक करार दिया.
उच्च न्यायालय के न्यायाधीश मनमोहन ने कहा कि अगर ऐसी टिप्पणियां केजरीवाल के निर्देश पर की गयी हैं, तो उन्हें ‘‘पहले कठघरे में आना चाहिए और जेटली से जिरह से पहले अपने आरोप लगाने चाहिए. न्यायमूर्ति मनमोहन ने कहा, ‘‘अगर ऐसे आरोप प्रतिवादी संख्या एक (अरविंद केजरीवाल) के निर्देश पर लगायेगये हैं, तो वादी (जेटली) से जिरह जारी रखने का कोई तुक नहीं है. प्रतिवादी एक को आरोप लगाने दीजिए. उन्हें कटघरे में आने दीजिए.” जेटली के वकील राजीव नायर और संदीप सेठी ने अदालत के समक्ष मुद्दे को उठाया था और कहा था कि वह केजरीवाल की ओर से इस बात का स्पष्टीकरण चाहते हैं कि टिप्पणियां उनके निर्देश पर की गयी थीं अथवा जेठमलानी ने अपनी ओर से ही टिप्पणियां की थीं.
गौरतलब है कि जेटली ने केजरीवाल तथा आम आदमी पार्टी के पांच नेताओं के खिलाफ 10 करोड़ की मानहानि का मामला दाखिल किया है. बुधवार को जेठमलानी ने संयुक्त रजिस्ट्रार दीपाली शर्मा के सामने जेटली के खिलाफ उस वक्त टिप्पणियां की थी, जब उनसे जिरह चल रही थी.