भाजपा नेता चला रहा था सेक्स रैकेट, पुलिस ने 9 को दबोचा

भोपाल : मध्य प्रदेश भाजपा एक बार फिर विवादों में है. सूबे के नेताओं पर ऑनलाइन सेक्स रैकेट चलाने का आरोप लगा है जिसके बाद से पार्टी की मुश्‍किलें बढ़ गयी है. मीडिया रिपोट्स की माने तो साइबर पुलिस ने राजधानी भोपाल के पॉश इलाके अरेरा कॉलोनी में सेक्स रैकेट का भांडाफोड़ किया है. मामले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 20, 2017 7:26 AM

भोपाल : मध्य प्रदेश भाजपा एक बार फिर विवादों में है. सूबे के नेताओं पर ऑनलाइन सेक्स रैकेट चलाने का आरोप लगा है जिसके बाद से पार्टी की मुश्‍किलें बढ़ गयी है. मीडिया रिपोट्स की माने तो साइबर पुलिस ने राजधानी भोपाल के पॉश इलाके अरेरा कॉलोनी में सेक्स रैकेट का भांडाफोड़ किया है. मामले को लेकर पुलिस ने भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी को आठ साथियों के साथ गिरफ्तार किया है.

खबरों के अनुसार इनके चंगुल से महाराष्ट्र और मेघालय की चार लड़कियों को भी छुड़ाया गया है. दरअसल, एमपी साइबर सेल को शिकायत मिली थी कि भोपाल में ऑनलाइन वेबसाइट के माध्‍यम से सेक्स रैकेट चलाया जा रहा है. जब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि ये लोग वेबसाइट बनाकर ग्राहकों से ऑनलाइन बुकिंग कराते थे और उन्हें लड़कियां सप्लाई करते थे. रैकेट में शामिल लोगों ने शहर के पॉश इलाके के अरेरा कॉलोनी के अशोका सोसायटी को अड्डा बनाया था और वहीं से अपने काम को अंजाम देते थे. पुलिस ने वहां छापा मारकर 9 लोगों को गिरफ्तार किया है.

पुलिस ने जानकारी दी कि गिरोह के लोग अलग-अलग वेबसाइट खासकर नौकरी से संबंधित वेबासाइट से डाटा लेकर लड़कियों का बायोडाटा खंगालते थे और उन्हें फोन कर नौकरी का झांसा देकर भोपाल बुलाने का काम करते थे. उन लड़कियों को रिसेप्शन, कॉल सेंटर, ब्यूटी पार्लर समेत प्राइवेट सेक्टर की कई नौकरियों का लालच देकर उन्हें अपनी जाल में फंसा लेते थे और उनसे गलत काम करवाना शुरू कर देते थे.

पुलिस ने बताया कि जिस वेबसाइट के माध्‍यम से ये लोग गोरखधंधा चलाते थे वो दिल्ली में रजिस्टर्ड है. पुलिस ने ये भी जानकारी दी कि इस गोरखधंधे का सरगना सुभाष नाम का शख्स है जो फरार है जबकि गिरफ्तार एक शख्‍स मध्य प्रदेश भाजपा एससी मोर्चा का मीडिया प्रभारी है.

यहां उल्लेख कर दें कि इसी साल फरवरी में मध्य प्रदेश भाजपा आईटी सेल के नेता को आंतकवाद निरोधी दस्ते ने जासूसी कांड में गिरफ्तार किया था. इस मामले में ध्रुव सक्सेना समेत 11 लोगों को पुलिस ने दबोचा था. उन पर अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चलाने के भी आरोप थे.

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