पूर्व पीएम राव के सहयोगी रहे विवादास्पद तांत्रिक चंद्रास्वामी का निधन, राजीव गांधी हत्याकांड के बाद आये थे चर्चा में
नयी दिल्ली : एक प्रधानमंत्री के करीबी दोस्त और एक प्रधानमंत्री की हत्या में कथित तौर पर संलिप्त विवादास्पद तांत्रिक चंद्रास्वामी की मंगलवारको मौत हो गयी. मस्तिष्काघात के शिकार हुए चंद्रास्वामी की 66 साल की उम्र में अपोलो अस्पताल में मौत हो गयी. अस्पताल ने एक बयान में कहा, ‘‘66 वर्षीय आध्यात्मिक नेता जगदाचार्य चंद्रास्वामी […]
नयी दिल्ली : एक प्रधानमंत्री के करीबी दोस्त और एक प्रधानमंत्री की हत्या में कथित तौर पर संलिप्त विवादास्पद तांत्रिक चंद्रास्वामी की मंगलवारको मौत हो गयी. मस्तिष्काघात के शिकार हुए चंद्रास्वामी की 66 साल की उम्र में अपोलो अस्पताल में मौत हो गयी. अस्पताल ने एक बयान में कहा, ‘‘66 वर्षीय आध्यात्मिक नेता जगदाचार्य चंद्रास्वामी जी कुछ समय से बीमार थे. उन्हें हाल में मस्तिष्काघात पहुंचा था और बाद में विभिन्न अंगों ने काम करना बंद कर दिया.’
बयान में कहा गया कि डॉक्टरों की तरफ से सभी तरह के प्रयास के बावजूद उनकी स्थिति बिगड़ती गयी. बयान में कहा गया, ‘‘दिन में दो बजकर 56 मिनट पर मंगलवारको उनकी मौत हो गयी.’ चंद्रास्वामी का असली नाम नेमीचंद था. वह ज्योतिषी के तौर पर चर्चा में आये थे. तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के शासन के दौरान उनके पास बेशुमार शक्तियां थीं. उन्हें राव का भरोसेमंद सहयोगी और सलाहकार माना जाता था.
अक्सर विवादों में रहे चंद्रास्वामी का नाम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड की जांच में सामने आया. हत्याकांड पर अपनी रिपोर्ट में जैन आयोग ने मामले में उनकी संलिप्तता पर एक खंड दिया था. तांत्रिक पर वित्तीय अनियमितता के भी आरोप लगे. वर्ष 1996 में उन्हें लंदन स्थित एक कारोबारी से जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार किया गया. वह विदेशी मुद्रा विनियमन कानून का उल्लंघन करने के आरोपों का सामना कर रहे थे.