नयी दिल्ली : पाकिस्तान द्वारा पूर्व भारतीय सेना अधिकारी कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा दिये जाने का मामला विश्वभर में गरमाया हुआ है. पिछले दिनों अंतरराष्ट्रीय कोर्ट (आईसीजे) में भारत ने जोरदार ढंग से अपना पक्ष रखा. जिसका प्रभाव हुआ कि कोर्ट ने पाकिस्तान के सारे दलिल को खारिज करते हुए जाधव की फांसी पर रोक लगा दिया है. हालांकि कोर्ट का अंतिम फैसला अभी आना बाकी है.
पाकिस्तान का दावा है कि जाधव भारत का जासूस है और उसे इरान से पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश करते समय ब्लूचिस्तान से पकड़ा गया था. लेकिन पाकिस्तान के इस दावे की पोल आईएसआई के पूर्व अधिकारी ने ही खोल दी है.
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आईएसआई के पूर्व अधिकारी रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल अमजद शोएब ने बताया कि जाधव को पाकिस्तानी सीमा के अंदर गिरफ्तार नहीं किया गया है बल्कि उन्हें इरान से ही अगवा किया गया था. शोएब ने कहा कि जाधव को इरान से अगवा कर ब्लूचिस्तान से फर्जी गिरफ्तारी दिखाया गया. अब ऐसा माना जा रहा है कि भारत अब अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में पाकिस्तान के पूर्व अधिकारी के इस बयान को कोर्ट करेगा.
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* जाधव मामले में आईसीजे में अपनी स्थिति का जोरदार बचाव करेगा पाकिस्तान
पाकिस्तान में नेशनल असेंबली के स्पीकर सरदार अयाज सादिक ने कहा कि पाकिस्तान आठ जून को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में कुलभूषण जाधव के मामले में अपने रुख का जोरदार तरीके से बचाव करेगा.
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स्पीकर ने राष्ट्रीय सुरक्षा संसदीय समिति की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें अटार्नी जनरल अश्तर औसफ अली और विदेश सचिव तहमीना जंजुआ ने भारतीय नागरिक जाधव के मामले की विभिन्न दलों के सांसदों को जानकारी दी. सांसदों को बताया गया कि कानूनी दल इस मामले पर काम कर रहा है और आईसीजे की आगामी सुनवाई में जोरदार तरीके से इस मामले में पक्ष रखा जाएगा. आईसीजे में मामले को ‘‘खराब तरीके से पेश करने’ को लेकर विपक्षी सांसदों ने सरकार की आलोचना की.