नयी दिल्ली : विदेशों में पढ़ाई करने के इच्छुक विद्यार्थियों को अब अपने दस्तावेजों के सत्यापन के लिए अलग-अलग कॉलेजों और विश्वविद्यालयों का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा. सरकार इसके लिए नया ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू कर रही है. विदेश मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने बुधवार को साथ मिलकर ‘ई-सनद’ शुरू किया है, जो सीबीएसई के ‘परिणाम मंजूषा’ के साथ मिलकर काम करेगी. ई-सनद के जरिये दस्तावेजों का ऑनलाइन सत्यापन कराया जा सकेगा.
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेडकर ने बुधवार को ई-सनद के लांच पर कहा, पिछले वर्ष सितंबर में शैक्षणिक दस्तावेजों के लिए केंद्रीयकृत सीबीएसई डिजिटल संग्रहण शुरू किया गया था. नियोक्ता और शिक्षण संस्थान विद्यार्थियों के दस्तावेजों का ऑनलाइन सत्यापन करने के लिए इस सुविधा का प्रयोग कर सकते हैं.