नयी दिल्ली : विवादास्पद टिप्पणी कर खबरों में रहनेवाले आंबेडकराइट पांर्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नागपुर के जिलाधिकारी विजय मानकर ने एक बार फिर एक नये विवाद को जन्म दे दिया है. ताजा बयान में उन्होंने गीता को कूड़े-कचरे के डब्बे में फेंकने को कहा है. बाबा साहेब आंबेडकर के सिद्धांतों को माननेवाले मानकर आंबेडकर द्वारा लिखित संविधान को राष्ट्रीय ग्रंथ मानते हैं. उसी संविधान की रक्षा करनेवाली अदालतों में न्यायाधीशों के समक्ष जिस गीता पर हाथ रख कर शपथ दिलायी जाती है, उसे ही उन्होंने कहा कि वह दुनिया के किसी भी ग्रंथ की पंक्ति में बैठने लायक नहीं है. साथ ही गीता को घटिया करार देते हुए कहा कि उसे कचरे के डब्बे में फेंक देना चाहिए. वीडियो में सुनें कि उन्होंने गीता के बारे में और क्या-क्या कहा है.
पहले भी दे चुके हैं विवादास्पद बयान
नागपुर के उमरेड में इसी वर्ष होनेवाले नगर परिषद चुनाव के दौरान आंबेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया के चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नोटबंदी को लेकर जम कर निशाना साधा था. साथ ही कहा था कि पहले चिड़ियां सुबह-सुबह चूं-चूं करती थी, अब मोदी जी ट्विटर पर ट्वीं-ट्वीं करते हैं. उन्होंने उनकी पढ़ाई की डिग्रियां तक जांचने की बात कही थी. मोदी पर कटाक्ष करते हुए वे प्रधानमंत्री को भगोड़ा की संज्ञा दे चुके हैं. वह यहां तक कह चुके हैं कि उन्हें संसद में आकर बात करने में डर लगता है. मानेकर के कई विवादित भाषणों के वीडियो यू-ट्यूब पर सहज ही मिल जायेंगे.