नयी दिल्ली: नरेंद्र मोदी ने भाजपा के नेता लाल कृष्ण आडवाणी से मुलाकात की. आडवाणी लोकसभा चुनावों में गांधीनगर से पार्टी का उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर नाराज हैं क्योंकि वह भोपाल से चुनावी मैदान में उतरना चाहते हैं. स्पष्ट रुप से मोदी आडवाणी को गांधीनगर से लोकसभा चुनाव में उतरने को लेकर मनाने के लिए उनके आवास गए और वहां करीब आधा घंटा रुके. आडवाणी ने लोकसभा में पांच बार गांधीनगर का प्रतिनिधित्व किया है. भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति और पार्टी के संसदीय बोर्ड ने आडवाणी को भोपाल नहीं, अपितु गांधीनगर से उम्मीदवार बनाने का कल निर्णय लिया था.
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि बैठक में क्या हुआ लेकिन सूत्रों ने बताया कि आडवाणी भोपाल से लोकसभा चुनाव लडने पर अडे हुए हैं और उनका कहना है कि उन्हें भी राजनाथ सिंह, अरुण जेटली और मोदी जैसे पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की तरह अपनी पसंद के निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव करने का अधिकार दिया जाए. 86 वर्षीय आडवाणी ने पार्टी के नेताओं नितिन गडकरी और सुषमा स्वराज के समक्ष अपनी नाराजगी जाहिर की. दोनों ने कल रात उनसे मुलाकात की थी. इसके बाद दोनों नेताओं ने राजनाथ सिंह को आडवाणी की नाराजगी से अवगत कराने के लिए उनसे मुलाकात की थी.
मोदी ने कल रात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत से मुलाकात की. उन्होंने स्पष्ट रुप से इस मामले को सुलझाने के लिए भागवत से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया. आडवाणी ने 10वीं लोकसभा(1991-96), 12वीं लोकसभा (1998-99), 13वीं लोकसभा (1999-2004), 14वीं लोकसभा (2004-09) और मौजूदा 15वीं लोकसभा (2009-14) में गांधीनगर का प्रतिनिधित्व किया है. भाजपा की नेता सुषमा स्वराज ने भी आडवाणी को मनाने के लिए उनसे उनके आवास पर दोबारा मुलाकात की.