मोदी सरकार के तीन साल: बोले राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार- सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है
पिछली यूपीए सरकार में लोक हित के सभी मानकों, जो किसी राष्ट्र के सार्वदेशिक समुन्नति के लिए मूलभूत तत्त्व माने गये हैं (कर्म, कौशलयुक्त कर्म, सामूहिक विकास का चरित्र और सब से बढ़ कर राष्ट्र के प्रति निष्ठा), आम तौर पर इन सभी मूल्यों, मानकों को धता बता दिया गया. देश प्रायः सभी मौलिक चुनौतियों […]
पिछली यूपीए सरकार में लोक हित के सभी मानकों, जो किसी राष्ट्र के सार्वदेशिक समुन्नति के लिए मूलभूत तत्त्व माने गये हैं (कर्म, कौशलयुक्त कर्म, सामूहिक विकास का चरित्र और सब से बढ़ कर राष्ट्र के प्रति निष्ठा), आम तौर पर इन सभी मूल्यों, मानकों को धता बता दिया गया. देश प्रायः सभी मौलिक चुनौतियों से जूझने के सामर्थ्य से निराश हो चुका था, ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में जन विश्वसनीयता बहाल कर अभूतपूर्व कार्य किया. विश्व पटल पर सहभागी विकास के अपने आयाम बनाते हुए अनेकानेक आर्थिक, सामाजिक एवं सामरिक समझौते किये. विदेश मंत्रालय ने प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा एवं संरक्षा के लिए अहर्निश प्रयास कर नये प्रतिमान बनाये.
सार्क उपग्रह की सेवाएं सभी देशों को दिला भारत ने अपने वैश्विक मूल्यों को प्रतिस्थापित किया. नेशनल ब्रांड वैल्यू में 32% का इजाफा हुआ है.
मानव संसाधन विकास इस सरकार की प्राथमिकता रही. युवाओं को गुणी बना कर कर वैश्विक परिवेश में अपनी जगह बनाने के लिए भारत सरकार ने ‘कौशल प्रशिक्षण में क्रांति’ का सूत्रपात किया है. नेशनल स्किल डेवलपमेंट स्कीम के तहत 76 लाख युवाओं को ट्रेनिंग दी जा चुकी है. पीएम कौशल विकास योजना के तहत अगले तीन साल में एक करोड़ युवाओं को ट्रेनिंग देने का लक्ष्य है. अब तक 249 ट्रेनिंग पार्टनर्स के 3,222 ट्रेनिंग सेंटरों में 55,70,476 लोगों को प्रशिक्षित किया गया है, जिनमें से 28,88,009 लोगों को जॉब भी मिल चुका है.
एक ओर जहां नमामि गंगे योजना के तहत लगभग 1500 करोड़ की योजना को स्वीकृति दी गयी है, तो दूसरी ओर स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत राज्य में लगभग 14 लाख नये शौचालय का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया है. उज्जवला योजना के अंतर्गत लगभग चार लाख परिवारों को कनेक्शन देना राज्य की महिलाओं के लिए केंद्र सरकार का बड़ा तोहफा रहा. उजाला योजना के अंतर्गत 90 लाख एलइडी बल्ब का वितरण ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य को और आत्मनिर्भर बनाने में सहयोगी सिद्ध हुआ. मनरेगा अंतर्गत औसत मानव दिवस को 34 से बढ़ा कर लगभग 50 करने की प्रक्रिया को दी गयी आर्थिक मदद, हजारीबाग के पास आइसीएआर का पूर्वी भारत के सबसे बड़े रिसर्च सेंटर का शिलान्यास, धनबाद एवं जमशेदपुर में रूरबन क्लस्टर में 100 करोड़ की महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत तथा तीन अन्य क्लस्टर में प्लानिंग की प्रक्रिया का प्रारंभ एवं पीमे-जी के अंतर्गत 2.34 लाख आवास के लक्ष्य का आवंटन केंद्र सरकार की राज्य के ग्रामीण जनमानस के प्रति संजीदगी को दर्शाता है.
रांची का स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए चयन, पीमे-यू के अंतर्गत 2.2 लाख आवास के लक्ष्य का आवंटन, देवघर में एम्स निर्माण को स्वीकृति, अमृत योजना के अंतर्गत आदित्यपुर, गिरिडीह, चास, देवघर, धनबाद, हजारीबाग शहर का चयन, उड़ान योजना के अंतर्गत जमशेदपुर का चयन राज्य के शहरी क्षेत्रों के विकास में सहायक सिद्ध होगा. पीएमजेडीयू के अंतर्गत लगभग 74 लाख नये बैंक खातों की ओपनिंग एवं लगभग एक लाख लोगों के बीच 240 करोड़ के मुद्रा लोन का वितरण राज्य के युवकों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने एवं उन्हें स्वरोजगारी बनाने में मददगार होगी. केंद्र और राज्य सरकार के जन उपयोगी तथा लोक हितकारी निर्णय के कारण लोगों में सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है. विकास को उन्मुख इन सरकारों के प्रयास से झारखंड भविष्य में देश के विकास की गाड़ी को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए प्रणोदन की भूमिका को सशक्तता से निभाने में सक्षम होगा.