बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र : समय से पहले आ सकता है मॉनसून
नयी दिल्ली : मौसम विभाग ने रविवार को कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र होने से दक्षिण पश्चिम मॉनसून के और आगे बढ़ने की संभावना है और इसके सोमवार रात तक एक प्रचंड चक्रवातीय तूफान में तब्दील होने की उम्मीद है. मौसम विभाग ने कहा कि केरल में 30 – […]
नयी दिल्ली : मौसम विभाग ने रविवार को कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र होने से दक्षिण पश्चिम मॉनसून के और आगे बढ़ने की संभावना है और इसके सोमवार रात तक एक प्रचंड चक्रवातीय तूफान में तब्दील होने की उम्मीद है.
मौसम विभाग ने कहा कि केरल में 30 – 31 मई तक बारिश होने की संभावना है और इसके साथ ही देश में मॉनसून दस्तक दे देगा. इस हफ्ते की शुरुआत में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में सचिव एम राजीवन ने कहा था कि 30 मई तक मॉनसून के आगमन के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं. मौसम विभाग के महानिदेशक केजे रमेश ने बताया कि हवा का कम दबाव का क्षेत्र मॉनसून के केरल और पूर्वोत्तर भारत में दस्तक देने में मदद करेगा.
मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिणपूर्व अरब सागर, मालदीव के क्षेत्र, दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी, दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और पश्चिम मध्य एवं उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में अगले 24 घंटों में दक्षिण पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की अनुकूल परिस्थितियां हैं. इसने कहा कि पछुआ पवनों के मजबूत होने और इनके उत्तर दिशा की ओर मुड़ने की संभावना से दक्षिण पश्चिम मॉनसून और आगे बढ़ेगा और यह 30-31 मई के आसपास केरल एवं पूर्वोत्तर के राज्यों में पहुंच जायेगा. हवा के कम दबाव के क्षेत्र के 29-30 मई तक प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील होने और 30 मई के दोपहर तक चटगांव पार करने की संभावना है.
मौसम विभाग ने कहा कि इससे असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड में भारी से बहुत भारी बारिश होगी. बहरहाल, विभाग ने इस साल मॉनसून के सामान्य रहने का पूर्वानुमान लगाया है.