तो क्या दरियादिल है हिजबुल का नया कमांडर नाईको ? कश्मीरी पंडितों को घाटी में लाना चाहता है वापस

श्रीनगर : हिजबुल कमांडर सबजार भट की मौत के बाद पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने नया कमांडर चुना है. जानकारी के अनुसार 29 साल के रियाज नाईको को कश्मीर में नया कमांडर नियुक्त किया गया है जो संगठन का सबसे पुराना सदस्य बताया जा रहा है. हिजबुल के अन्य कट्टर आतंकियों की तुलना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 29, 2017 11:06 AM

श्रीनगर : हिजबुल कमांडर सबजार भट की मौत के बाद पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने नया कमांडर चुना है. जानकारी के अनुसार 29 साल के रियाज नाईको को कश्मीर में नया कमांडर नियुक्त किया गया है जो संगठन का सबसे पुराना सदस्य बताया जा रहा है. हिजबुल के अन्य कट्टर आतंकियों की तुलना में नाईको की पहचान उदारवादी आतंकी के रूप में है.

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खबरों की मानें तो आतंकी रियाज घाटी में धर्मनिरपेक्षत संस्कृति को बढ़ावा देने में विश्‍वास रखने वाला है. कुछ समय पहले संगठन से वैचारिक विरोध का हवाला देकर अलग हुए जाकिर मूसा के विचारों का रियाज लगातार विरोध करता रहा है और कश्मीर घाटी में धर्मनिरपेक्षता का समर्थन करता रहा है.

हिज्बुल कमांडर भट के मारे जाने के बाद कश्मीर घाटी में अब भी कर्फ्यू जैसे हालात

यदि आपको याद हो तो कुछ महीने पहले नाईको का 11 मिनट का वीडियो सामने आया था जिसमें वह कश्मीरी पंडितों से घाटी में वापस आने की अपील करता नजर आया था. वीडियो में नाईको ने कहा था कि हम कश्मीर पंडितों का घाटी में वापस बसने का स्वागत करते हैं और उनके लिए हमारे दिलों में हमेशा जगह है. वो हमारे देश के नागरिक हैं. हम उनके रखवाले हैं दुश्मन नहीं.

आपको बता दें कि हिजबुल कमांडर सबजार भट के मारे जाने के बाद कश्मीर में तनाव का माहौल है. घाटी में 50 से अधिक जगहों पर हिंसा हुई है. हालात को देखते हुए श्रीनगर के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है.

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