राष्ट्रपति बनने के लिए बगावत करेंगे बिहार के एक बड़े नेता

नयी दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, सरकार और विपक्ष में उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया तेज हो गयी. एक ओर विपक्ष के दावेदार माने जा रहे मराठा छत्रप शरद पवार ने राष्ट्रपति पद की होड़ से खुद को अलग कर लिया है, तो बिहार के एक बड़े भाजपा नेता ने राष्ट्रपति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 31, 2017 9:51 AM

नयी दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, सरकार और विपक्ष में उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया तेज हो गयी. एक ओर विपक्ष के दावेदार माने जा रहे मराठा छत्रप शरद पवार ने राष्ट्रपति पद की होड़ से खुद को अलग कर लिया है, तो बिहार के एक बड़े भाजपा नेता ने राष्ट्रपति बनने के लिए बगावत के संकेत दे दिये हैं.

एनसीपी नेता शरद पवार ने मंगलवार को ही कहा था कि वह राष्ट्रपति पद की दौड़ में नहीं हैं. लेकिन, बिहार भाजपा के भूतपूर्व अध्यक्ष सीपी ठाकुर ने राष्ट्रपति बनने की दावेदारी पेश करके पार्टी को धर्मसंकट में डाल दिया है.

सभी दल अपनी पसंद का राष्ट्रपति बनवाना चाहते हैं. पिछले दिनों हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन करनेवाली भाजपा अपने किसी नेता को राष्ट्रपति बनाना चाहती है.

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विपक्ष पूरे दम-खम के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पूरे विपक्ष को साथ लेकर आने को तैयार हैं. इसी बीच, भूतपूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता पदम् श्री डॉक्टर सीपी ठाकुर ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी दावेदारी पेश करके पार्टी को धर्मसंकट में डाल दिया है.

डॉ ठाकुर ने कहा है कि राष्ट्रपति बनने के जितने भी पैमाने हैं, वह सभी पर खरे उतरते हैं. कहा कि यदि पार्टी उनके नाम पर विचार करे, तो वह देश का प्रथम नागरिक बनने के लिए तैयार हैं.

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ज्ञात हो कि सीपी ठाकुर वर्तमान में भाजपा के राज्यसभा सदस्य हैं. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वह केंद्रीय मंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भी रह चुके हैं.

सूत्र बताते हैं कि अगर भाजपा सीपी ठाकुर को उम्मीदवार बनाती है, तो बिहार से जदयू भी उनका समर्थन कर सकती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनके काफी अच्छे संबंध हैं. इससे पहले मधुबनी से भाजपा सांसद हुकुमदेव नारायण यादव का नाम भी अगले उपराष्ट्रपति को लेकर आ चुका है. हालांकि, राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति चुनाव के बारे में भाजपा ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं.

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