श्रीनगर : सीमा पर तनाव के बीच सौहार्दपूर्ण कदम उठाते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के दो किशोरों को वापस भेज दिया, जो पिछले सप्ताह अनजाने में सीमापार कर इस तरफ तंगधार सेक्टर में आ गये थे. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि पीओके के सिमरी गांव के रहने वाले 13 साल के वसालत खान और 12 साल के मोहम्मद इफ्तिखार खान रास्ता भटक गये थे और 23 मई को नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार कर भारत की तरफ आ गये थे.
अधिकारी ने कहा, ‘‘मौजूदा तनावपूर्ण हालात के बावजूद सेना के गश्तीदल ने उल्लेखनीय संयम और पेशेवर रख का परिचय देते हुए लड़कों को बिना किसी नुकसान के जोखिम वाले क्षेत्र से बचाया.” उन्होंने बताया कि वे मंगलवार को तंगधार सेक्टर में टिटवाल क्रॉसिंग के रास्ते सुरक्षित लौट गये.
अधिकारी ने कहा कि सौहार्दपूर्ण कदम उठाते हुए लड़कों का पूरी तरह ध्यान रखा गया और यहां उनके ठहरने के दौरान उन्हें सभी चिकित्सा और अन्य प्रशासनिक सुविधाएं प्रदान की गयीं. पिछले कई महीनों से एलओसी पर हालात संवेदनशील रहे हैं, जहां पाकिस्तान के जवान और आतंकवादी सीमापार हमलों के साथ गोलेबारी और गोलाबारी करते आ रहे हैं. भारतीय सेना ने एलओसी के रास्ते घुसपैठ की आतंकवादियों की कई कोशिशों को नाकाम भी कर दिया और कई आतंकियों को मार गिराया.