नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ. विधानसभा की कार्यवाही में अवरोध पैदा करने पर आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा के साथ आप विधायकों ने हाथापाई की और उन्हें मार्शल के जरिये बाहर कर दिया गया.
दरअसल, वस्तु एवं सेवा कर(जीएसटी) विधेयक को पारित करने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया था. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली के अस्पतालों में दवाइयों की उपलब्धता को लेकर बयान दे रहे थे.
इसी बीच मिश्रा इस दौरान हाथ में एक बैनर लेकर खड़े हो गये, जिस पर लिखा था कि अरविंद केजरीवाल और सत्येन्द्र जैन के भ्रष्टाचार, हवाला कारोबार, कालेधन, विदेशी यात्राओं और सगे संबंधियों को लाभ पहुंचाने के मामले में विशेष सत्र का आयोजन जनता के बीच रामलीला मैदान में आयोजित किया जाये.
वीडियो एनडीटीवी से साभार
इस पर आप के विधायकों ने सदन में उनसे हाथापाई की और अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने मिश्रा को सदन से बाहर करने के लिए मार्शल को आदेश दिया.
क्या कपिल मिश्रा के हंगामे से केजरीवाल को हो रहा है फायदा?
विधानसभा से बाहर निकाले जाने के बाद कपिल मिश्रा ने कहा कि मैंने विधानसभा अध्यक्ष को चिट्ठी लिखी थी कि अरविंद केजरीवाल के घोटाले को लेकर जांच करें और मुझे बोलने का मौका दें.
मैंने मांग की थी कि रामलीला मैदान में जनता के सामने अरविंद केजरीवाल और सत्येंद्र जैन के घोटालों के खिलाफ विशेष सत्र बुलाना चाहिए. यह कहते हुए जैसे ही मैं आगे बढ़ा तो आम आदमी पार्टी के पांच-सात विधायकों ने मुझे मारना शुरू कर दिया.
कपिल मिश्रा ने कहा कि मैं अरविंद केजरीवाल से नहीं डरता. उनके घोटाले सबके सामने आ चुके हैं. मेरी छाती में घूंसे मारे गये. लातें मारी गयीं. मुझे कुछ चोटें भीआयीं हैं. मैं शनिवार को अरविंद केजरीवाल के दवाइयों से जुड़े घोटाले के बारे में बताऊंगा.