लगातार तीसरे वर्ष यूपीएससी की परीक्षा में लड़कियों का रहा दबदबा

नयी दिल्ली : संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में लगातार तीसरे वर्ष लड़कियों ने कब्जा जमाया. वर्ष 2016 में जहां कर्नाटक की नंदिनी केआर टॉपर रहीं, वहीं वर्ष 2005 में टीना डाबी और वर्ष 2004 में इरा सिंघल ने बाजी मारी थी. ये भी पढ़ें :#UPSC सिविल सर्विस एग्जाम 2016 का रिजल्ट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 31, 2017 10:03 PM

नयी दिल्ली : संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में लगातार तीसरे वर्ष लड़कियों ने कब्जा जमाया. वर्ष 2016 में जहां कर्नाटक की नंदिनी केआर टॉपर रहीं, वहीं वर्ष 2005 में टीना डाबी और वर्ष 2004 में इरा सिंघल ने बाजी मारी थी.

ये भी पढ़ें :#UPSC सिविल सर्विस एग्जाम 2016 का रिजल्ट घोषित, नंदिनी के आर ने किया टॉप, पूरा परिणाम यहां देखें

नंदिनी के आर ने यूपीएससी-2016 में चौथे प्रयास के बाद पहला स्थान हासिल किया है. अभी नंदिनी IRS ऑफिसर है. कर्नाटक की रहनेवाली नंदिनी ने वैकल्पिक विषय के तौर पर कन्नड़ साहित्य का पेपर दिया था. OBC वर्ग से आनेवाली नंदिनी ने बेंगलुरु के एमएस रमैया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी से सिविल इंजिनियरिंग में बी.ई. की डिग्री हासिल की है.

दलित वर्ग से आनेवाली दिल्ली निवासी टीना डाबी ने वर्ष 2015 में महज 22 साल की उम्र में यह सफलता हासिल की थी. अपने पहले ही प्रयास में सफल होकर सफलता का एक नया मुकाम टीना ने हासिल किया. भोपाल में जन्मी टीना के माता और पिता दोनों ही इंजीनियर है. दोनों ने ही यूपीएससी का आइइएस की परीक्षा पास की है. दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक टीना ने यूपीएससी में वैकल्पिक विषय भी राजनीतिक विज्ञान ही चुना था.

वहीं, सिविल सर्विस एग्‍जाम 2014 की टॉपर दिल्ली निवासी इरा सिंघल की कहानी भी प्रेरणादायी है. रीढ़ की बीमारी से पीड़ित व शारीरिक रूप से अक्षम होने के बावजूद इरा ने यूपीएससी की जनरल कैटगरी में टॉप करनेवाली देश की पहली प्रतिभागी हैं. इरा ने साबित कर दिया कि अगर जुनून और जज्‍बा हो, तो आपको अपनी मंजिल हासिल करने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती. इरा ने भूगोल विषय से सिविल सेवा की परीक्षा में सर्वोच्च स्थान हासिल किया था.

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