कोविड-19 की दवा खरीदने के लिए अब मरीज के परिजनों को आधार कार्ड की जानकारी देनी होगी. महाराष्ट्र खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने इस आदेश से संबंधित एक सर्कूलर जारी किया है. इसके मुताबिक एंटी वायरल दवा रेमेडेसिवर और सूजन रोधी दवा टोसिलीजुमाब खरीदने के लिए मरीज के परिजनों को आधार कार्ड का विवरण देना होगा. इसके अलावा डॉक्टरों का प्रिस्क्रिप्शन, कंसेट लेटर, कॉनटेक्ट डिटेल और कोरोना वायरस पॉजिटिव की रिपोर्ट भी देनी होगी.
महाराष्ट्र खाद्य एवं औषधि विभाग इस बात की जांच भी कर रही है कि क्या अस्पताल प्रबंधन सीधे दवा निर्माताओं से दवा खरीदकर इन दवाओं की जमाखोरी कर रहे हैं. प्रदेश के महाराष्ट्र खाद्य एवं औषधि मंत्री राजेन्द्र सिंगने ने कहा कि हमारे पास यह शिकायत आ रही थी कि कोविड-19 के इस्तेमाल में लायी जाने वाली इन दवाओं की अस्पताल में कमी हो रही है. कई जगह पर ब्लैक में दवाओं को बेचने कि शिकायत मिली थी. मंत्री राजेन्द्र सिंगने ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि जिन लोगों को इस दवा की जरूरत नहीं है वो भी इन दवाओं को खरीद रहे हैं. इसलिए हमने सभी मेडिकल दुकानों से मरीज के परिजनों से संबधित दस्तावेज लेने के लिए कहा है ताकि इन दवाओं की खरीद बिक्री को ट्रैक किया जा सके.
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हालांकि इस मामले में कुछ डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना संक्रमित मरीज के परिजन पहले से ही परेशान हैं ऐसे में उनसे दस्ताोज मांगना सही फैसला नहीं है. जबकि खुद खाद्य और औषधि मंत्री ने बायकुला में मसीना अस्पताल का निरीक्षण किया. इसके बाद घाटकोपर में एक थोक दवा विक्रेता के यहा औचक निरीक्षण किया. मत्री ने एफडीए के अधिकारियों से कहा कि इस दौरान किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं पायी गयी है. खरीद बिक्री के रिकॉर्ड सही है.
वहीं मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,354 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 90 हजार से अधिक हो गई है. बृहन्नमुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने यह जानकारी दी. निगम के अनुसार शहर में अब कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 90,149 हो गई है. इसके अलावा 73 और रोगियों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 5,202 तक पहुंच गई है. बीएमसी ने कहा कि शुक्रवार को 73 रोगियों की मौत के जो मामले सामने आए, उनमें से 54 रोगियों को अन्य गंभीर बीमारियां भी थीं. निगम के अनुसार शुक्रवार को 2,183 रोगियों को छुट्टी मिल गई, जिसके साथ ही ठीक हो चुके मरीजों की संख्या 61,934 हो गई है. शहर में रोगियों की ठीक होने की दर 68 प्रतिशत है.
Posted By: Pawan Singh