भारत के कई राज्य सरकारों ने दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी टेस्ला को हाल में ही अपने यहां फैक्ट्री लगाने का ऑफर दिया है. हालांकि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) के चिंता का कारण भारत में इंपोर्ट ड्यूटी का काफी ज्यादा होना है. जब टेस्ला भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क कम करने के लिए केंद्र के साथ बातचीत कर रही है इस बीच महाराष्ट्र के पर्यटन और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी एलन मस्क की चिंता के समाधान के लिए केंद्र को सुझाव दिया है.
खबरों के अनुसार ठाकरे ने सुझाव में केंद्र से कहा है कि भारत सररकार को इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क कम करना चाहिए. खत में उन्होंने लिखा, टेस्ला, रिवियन, ऑडी, बीएमडब्ल्यू जैसी कई दूसरी कंपनियों को खुदरा बिक्री के लिए वाहनों के आयात में समयबद्ध रियायती सीमा शुल्क दर देनी चाहिए. जिससे बाजार में निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा देश की आपूर्ति श्रृंखला और स्टार्टअप सिस्टम को ऐसी कंपनियों के नेतृत्व का पालन करने के लिए भी प्रोत्साहन मिल सकेगा.
खत में आदित्य ठाकरे ने आगे लिखा है कि आयात शुल्क बढ़ाने से ग्राहकों के लिए बोझ बढ़ता है. इससे किसी भी उद्योग में निवेश के लिए आधार नहीं रखा जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि कस्टक ड्यूटी का उपयोग सीधे तौर पर क्षेत्रीय निवेश के लिए उपयोग नहीं किया जाता है. आपको बता दें कि हाल ही में एलन मस्क ने एक भारतीय के ट्वीट का जवाब देते हुए भारत में टेस्ला की लॉन्चिंग को लेकर हो रही दिक्कत पर चिंता जाहिर की थी. एलन मस्क ने लिखा था कि अभी भी भारत सरकार के साथ उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि कि इसके बाद कई राज्यों ने उन्हें अपने यहां फैक्ट्री लगाने का ऑफर दिया था.
Also Read: एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने हासिल किया बड़ा मुकाम, कमाई के मामले में इन सबको पछाड़ा
बता दें कि काफी समय से भारत में विनिर्माण और बिजनेस ऑपरेशन शुरू करने को लेकर एलन मस्क इच्छुक दिखाई दे रहे हैं. इसके वाबजूद टेस्ला की लॉन्चिंग में आ रही दिक्कतों को लेकर पिछले साल अगस्त में उनका दर्द झलका. उन्होंने चिंता जताते हुए कहा था कि भारत में इंपोर्ट ड्यूटी दुनिया के किसी भी बड़े देश की तुलना में सबसे ज्यादा है. जिससे उनकी योजना प्रभावित हो रही है.